निर्जला एकादशी का व्रत 10 और 11 जून दोनों दिन रखा जा सकेगा
निर्जला एकादशी का व्रत 10 और 11 जून दोनों दिन रखा जा सकेगा।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, दोनों दिन एकादशी पहुंच रही है। हालांकि 11 जून को उदयातिथि में एकादशी व्रत उत्तम माना जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी और भीमसेनी एकादशी कहा जाता है। इस बार ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी 10 जून को सुबह 07 बजकर 25 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो कि 11 जून को सुबह सुबह 05 बजकर 45 मिनट तक रहेगी।