हमीरपुर उत्तर प्रदेश मौदहा नगर पालिका पहुंची जांच टीम।

in #hamirpur2 years ago

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हमीरपुर .नगर पालिका मौदहा में एक वर्ष पूर्व हुए भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर गरमा गया है, एक वर्ष पूर्व तीन सदस्यीय टीम ने मामले की जांच कर भ्रष्टाचार व वित्तीय अनियमितता का मुकदमा दर्ज कराया था, जिस पर सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल के जारी पत्र पर आयुक्त बाँदा ने पुनः जांच के लिए समिति बनाई, जिस पर जांच समिति ने गुरुवार को सभी शिकायतकर्ताओं व भ्रष्टाचार के आरोपियों को लिखित सूचना पर नगर पालिका बुलाया गया और उनसे कहा गया कि जो बात कहनी है वह लिखित में दें। वहीं शिकायत कर्ताओं ने बताया कि सांसद जी के प्रथम पत्र का खंडन खुद सांसद जी ने उसे कूट रचित व भ्रामक बताया। और पूर्व में की गई जांच को सही कहते हुए उसी के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही को कहा है।

बताते चलें कि नगर पालिका परिषद मौदहा में कुछ सभासदों ने नगर पालिका में फैले भ्रष्टाचार व वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत एक वर्ष पूर्व जिलाधिकारी हमीरपुर से की थी, जिसपर जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर जांच कराई गई, जिस पर जांचोपरांत अध्यक्ष नगर पालिका रामकिशोर श्रीवास, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी महेंद्र सिंह चौधरी, ए ई, जे ई व तीन ठेकेदारों के खिलाफ उप जिलाधिकारी मौदहा ने कोतवाली मौदहा में मुकदमा पंजीकृत कराया था। इसी के बाद कई लोगों ने न्यायालय से जमानत ले ली थी। वहीं अध्यक्ष व अन्य ने सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल का जारी किया हुआ पत्र आयुक्त महोदय को सौंप जिसमें दोबारा जांच कराने के लिए लिखा था, उक्त पत्र का संज्ञान जब शिकायतकर्ताओं को हुआ तो उन्होंने सांसद जी से सम्पर्क किया और उस पत्र पर लिखी पूरी बात बताई। तो सांसद जी ने दोबारा एक पत्र जारी किया और आयुक्त बाँदा, नगर विकास मंत्रालय, मुख्य सचिव व जिलाधिकारी हमीरपुर को प्रतिलिपि भेजी, जिस पर उन्होंने लिखा कि प्रथम जारी पत्र कूट रचित व भ्रामक है और उनको बिना संज्ञान में लिए उनकी अनुपस्थिति में यह पत्र जारी किया गया है, अतः दोबारा जारी पत्र को सही मानते हुए पूर्व की जांच को सही ठहराया है और उसी के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही को कहा गया है। परंतु आयुक्त बाँदा ने पहले जारी पत्र के अनुसार ही जांच दोबारा करने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की और गुरुवार को आयी टीम ने जांच शुरू कर दी है। इस मौके पर अपर आयुक्त, अपर जिलाधिकारी व कोषाधिकारी हमीरपुर सहित शिकायतकर्ता और आरोपी उपस्थित रहे हैं।