पर्यावरण चेतना के लिए लिया गया समन्वित एवं समर्पित प्रयासों का संकल्प
जोधपुर, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियन्त्रण मण्डल एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जोधपुर महानगर एवम जोधपुर जिला के संयुक्त तत्वाधान में पर्यावरण कानूनों के प्रावधान, प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण के हानिकारक प्रभाव एवं 01 जुलाई, 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध के मद्देनज़र जन-जागरुकता एवं जन-भागीदारी सुनिश्चित करने शुक्रवार को शास्त्री सर्किल स्थित स्टील भवन में सेमिनार आयोजित हुआ।
प्राधिकरण द्वारा सार्थक प्रयास जारी
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जोधपुर महानगर के सचिव सुरेन्द्र सिंह सांदू ने अपने उद्बोधन में कहा कि गत एक माह से प्राधिकरण विभिन्न स्तरों पर जागरूकता अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर आमजन को पर्यावरण संरक्षण एवं प्लास्टिक उपयोग न करने के लिए जागरूक और प्रेरित कर रहा है, इसी क्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर एवं राजस्थान राज्य प्रदूषण नियन्त्रण मण्डल, जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में यह सेमिनार आयोजित किया गया है। इसका उद्देश्य यही है कि 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगने वाले प्रतिबंध के लिए आमजन को उसके विकल्पों एवं नियमों की जानकारी दी जा सके।
प्लास्टिक मुक्त बनाएं जोधपुर
उन्होंने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस से ही प्राधिकरण ने कई एनजीओ के सहयोग से अब तक हजारों की संख्या में निःशुल्क जूट बैग का वितरण किया है ताकि आमजन प्लास्टिक के विकल्प को अपनाए और पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे। उन्होंने सेमिनार के उपस्थित उद्यमियों से इसी प्रकार निःशुल्क प्लास्टिक विकल्पों के वितरण में सहयोग की अपील की।
उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए आमजन को यदि विकल्प दिये जाएं तो उनका सहयोग जरूर मिलता है। उन्होंने कहा कि जागरूकता, प्रेरणा और सहयोग से ही जोधपुर प्लास्टिक मुक्त होगा।
स्वप्रेरणा से सभी लें संकल्प
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जोधपुर जिला कीे सचिव पूर्णिमा गौड़ ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के लिए सबसे बड़ा जिम्मेदार स्वयं मानव है, इसलिए इस संबंध में किसी भी प्रकार के परिवर्तन से पूर्व हम सभी को स्वप्रेरित होकर संकल्प लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आगामी 1 जुलाई से लगने वाले प्रतिबंध के मद्देेनजर हम सभी को अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाने वाले होंगे। उन्होंने खुद के साथ-साथ अपने आस-पास के लोगों को प्रेरित करने की आवश्यकता जताई।
उन्होंने प्लास्टिक के विकल्पों को अपनाने के साथ ही पौधारोपण करने पर भी जौर दिया और सभी से अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति एक वृक्ष लगाने व उसका पोषण करने का संकल्प ले।
प्रदूषण मुक्त परिवेश बनाना हम सबकी जिम्मेदारी
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियन्त्रण मण्डल, जोधपुर की क्षेत्रीय अधिकारी शिल्पी शर्मा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक वर्ग के व्यक्ति को अपनी भूमिका समझनी व निभानी होगी। उन्होंने कहा आज की परिस्थिति और सामाजिक परिप्रेक्ष्य में प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध आवश्यक है लेकिन उतना ही आवश्यक है उसके विकल्पों के प्रति आमजन को जाकरूक करना। उन्होंने प्लास्टिक अपशिष्ट की चुनौतियों पर जानकारी भी दी।
आम जन में जागरुकता संचार पर बल
सेमिनार में एमबीएम कॉलेज के प्रोफेसर एसके सिंह, प्लास्टिक एसोसिएशन के सतीश चौधरी ने भी अपने उद्बोधन में प्लास्टिक के विकल्पों के प्रति आमजन में जागरूकता की आवश्यकता जातायी। उन्होंने पर्यावरण कानूनों के प्रावधान, प्रदूषण और पर्यावरण क्षरण के हानिकारक प्रभावों पर भी चर्चा की।
सेमिनार में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोधपुर (ग्रामीण) सुनील के पंवार, महाप्रबन्धक उद्योग एस.एल. पालीवाल, मैनेजिंग ट्रस्टी, जेपीसीआरपी जी.के. गर्ग, जोधपुर इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष एन.के. जैन के साथ विभिन्न अधिकारी एवं उद्यमी उपस्थित रहे।