शेरला के ट्यूब्वैल कनेक्शनों की बिजली सप्लाई बाधित होने पर गांव के किसानों ने काटा बवाल

in #bhiwani2 years ago

भिवानी, 07 मई : आखिरकार बिजली के अधिक लोड के चलते बहल स्थित 132 के.वी. सब स्टेशन की यू.सी.बी. शनिवार को जल गई। यह देख बहल और उससे निकलने वाले अन्य गांवों के बिजली फीडरों पर बिजली सप्लाई बाधित हो गई। इस समस्या के समाधान के लिए बिजली निगम ने नजदीकी गांव शेरला के 33 के.वी. सब स्टेशन के तहत आने वाले ट्यूब्वैल कनेक्शनों के कनेक्शन काट यहां की बिजली को बहल में सप्लाई करने की दिशा में काम शुरू कर दिया। मगर शेरला के किसानों के विरोध के चलते निगम को 2 घंटे बाद शेरला के काटे हुए ट्यूब्वैल कनेक्शनों के जंपरों को वापस जोड़ना पड़ा।
यहां बता दें कि इस समय प्रदेश में भयंकर गर्मी का प्रकोप चल रहा है। इसके चलते पूरे प्रदेश में बिजली की डिमांड पहले की अपेक्षा 20 प्रतिशत बढी हुई है। दूसरी ओर प्रदेश के बिजली उत्पादन प्लांटों में कोयले की कमी के चलते कई-कई यूनिट ठप्प पड़े हैं। यही कारण है कि प्रदेश में पिछले करीब 20 दिन से बिजली के कटों ने लोगों का जीना परेशान किया हुआ है। इसी कड़ी में शनिवार सुबह कस्बा बहल स्थित 132 के.वी. सब स्टेशन की यू.सी.बी. बिजली का अधिक लोड सहन नहीं कर पाई और वे जल गई। इसके चलते पूरे बहल कस्बे के अलावा बहल सब स्टेशन से निकलने वाले सभी फीडरों पर ब्लैक आउट हो गया। इस समस्या का समाधान करने के लिए बिजली निगम के एक्स.ई.एन. संजय रंगा भिवानी से बहल सब स्टेशन पर आ गए।
उन्होंने अधिकारियों से काफी विचार विमर्श के बाद यह फैसला लिया कि गांव शेरला के ट्यूब्वैल कनेक्शनों की सप्लाई बंद कर वहां से सप्लाई होने वाली बिजली को बहल कस्बे में लाया जाए। इसके लिए दोपहर करीब 3 बजे बिजली कर्मियों ने शेरला के 33 के.वी. सब स्टेशन पर आकर शेरला गांव के ट्यूब्वैल कनेक्शनों के जंपर काटकर उन पर सीधे बहल के सब स्टेशन से जोड़ना शुरू कर दिया। उस समय शेरला के ट्यूब्वैलों के 2 फीडरों पर 3 फेस बिजली सप्लाई चल रही थी जो शाम 6 बजे तक चलनी थी। जब कई देर तक शेरला के किसानों के ट्यूब्वैलों पर बिजली की सप्लाई बहाल नहीं हुई तो गांव के किसानों ने इस बारे में बिजली कर्मचारियों से पूछना शुरू किया तो उन्होंने सच्चाई बता दी। इसकी जानकारी मिलते ही गांव के किसान पिक अप और बाइकों पर सवार होकर गांव के 33 के.वी. सब स्टेशन पर पहुंच गए और उन्होंने निगम की इस कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया। इस पर कर्मचारियों ने कहा कि वे तो अपने उच्चाधिकारियों के आदेशों का पालन कर रहे हैं। कर्मचारियों से इस तरह का जवाब मिलने के बाद गांव के किसानों ने उनको चेतावनी देते हुए कहा कि वे इस कार्रवाई के विरोध में यहां पर रोड जाम कर देंगे। हालांकि इसके लिए कुछ किसान सड़क पर बैठ भी गए थे। मगर बाकि किसानों ने उनको ऐसा नहीं करने दिया और कहा कि वे पहले इस बारे में अधिकारियों से बात करेंगे।
इस बारे में बहल के बिजली निगम के एस.डी.ओ. दिनेश कुमार से गांव के किसानों ने बात की तो उन्होंने कहा कि बहल 132 के.वी. सब स्टेशन की यू.सी.बी. जल गई हैं, इसलिए यहां से बिजली ली जा रही है। इस पर किसानों ने कहा कि उनके गांव के सब स्टेशन की क्षमता तो मात्र 33 के.वी. ही है और यह तो 2 घंटे का लोड भी नहीं ले पाएगा। इस पर एस.डी.ओ. को यह मामला समझ में आया और उन्होंने आश्वासन दिया कि आपके ट्यूब्वैलों की सप्लाई नहीं काटी जाएगी। दूसरी ओर इस बारे में बिजली निगम के एस.ई. रणबीर सिंह से बात की और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि आपकी मांग जायज है। इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने उसी समय शेरला के ट्यूब्वैल कनेक्शनों के जंपरों काे वापस जुड़वाने के आदेश बिजली कर्मचारियों को दिए। इसके अलावा उन्होंने आदेश दिए कि शेरला सब स्टेशन से बहल को सप्लाई ना दी जाए। उसके बाद ही इस मामले का पटापेक्ष हो पाया।