दो भाइयों की रामगंगा नदी में डूबने से हुई मौत

in #hardoilast year

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हरदोई । बकरी चराने गए दो चचेरे भाई रामगंगा नदी में डूब गए। इसका पता चलते ही वहां हड़कंप मच गया। एसडीएम सवायजपुर के अलावा हरपालपुर थाने की पुलिस टीम के साथ सवायजपुर व अरवल की पुलिस टीम जुटी हुई है। वहीं तीन घंटे बीतने के बाद भी गोताखोर नहीं पहुंच सके थे। इसलिए पुलिस नाव की मदद से आपरेशन रेस्क्यू चला रही है।

बताया गया है कि अरवल थाने के बारी गांव निवासी गेंदालाल का 11 वर्षीय पुत्र अंशु, बटेश्वर का 14 वर्षीय पुत्र अर्जुन व जवाहर का 15 वर्षीय पुत्र बलवीर तीनों चचेरे भाई हैं। शनिवार को तीनों किशोर बकरियां चराने के लिए रामगंगा नदी के किनारे गए हुए थे। जिसमें अंशु और अर्जुन नदी में नहाने लगे। अचानक गहरे पानी में चले जाने से दोनों चचेरे भाई नदी में डूब गए। नदी के बाहर खड़े बलवीर ने नदी में डूब रहे दोनों किशोरों को बचाने का प्रयास किया। लेकिन कामयाब नहीं हो सका। उसने भाग कर तुरंत घर में सूचना दी।

मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मामले की जानकारी अरवल पुलिस को दी। सूचना के करीब ढाई घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने नदी में डूबे बच्चों की तलाश के प्रयास शुरू कर दिए। हालांकि गोताखोर न मिलने के कारण रेस्क्यू में देरी हो रही थी। मौके पर पहुंचे एसडीएम सवायजपुर अभिषेक सिंह, नायब तहसीलदार राजेश कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक हरपालपुर संदीप कुमार सिंह ग्रामीणों की मदद से आपरेशन रेस्क्यू शुरू कर दिया था।

एसएचओ अरवल श्यामू कनौजिया ने बताया कन्नौज जनपद से गोताखोरों को बुलाया गया है। नदी में डूबे बच्चों की स्थानीय लोगों की मदद से तलाश की जा रही है। बता दें अंशु चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। वहीं अर्जुन चार भाई चार बहनों में तीसरे नंबर का था। हादसे के बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। देर शाम तक नदी में डूबे बच्चों का कोई सुराग नहीं लग सका था।