सियार की हत्या: लोगों ने भेड़िया समझकर की हत्या, वन विभाग ने कार्रवाई शुरू की

in #death8 days ago

कुशीनगर 11 सितंबर (डेस्क):-भेड़िया समझकर एक सियार की हत्या का मामला सामने आया है, जिससे इलाके में दहशत फैल गई है।सोमवार देर रात जटहां बाजार थाना क्षेत्र के भैरोगंज बाजार में एक सियार ने सात लोगों को जख्मी कर दिया। इस घटना की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई और आसपास के गांवों के लोग लाठी-डंडा लेकर सियार को पकड़ने के लिए निकल पड़े। सियार को भेड़िया समझकर गांववासियों ने उसे घेर लिया और मार डाला। इस दौरान सियार को घायल करने वाले लोग उसकी पहचान के बारे में सही जानकारी नहीं रख पाए, जिससे इस घटना ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया।

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सियार की हत्या के बाद वन विभाग को रात में ही सूचित किया गया। रेंजर सत्येंद्र सिंह और वरिष्ठ वन दरोगा रामध्यान पांडेय अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि जिसे भेड़िया समझकर मारा गया था, वह वास्तव में एक सियार था। वन विभाग ने सियार को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की। इस कार्रवाई से लोगों में भय और असंतोष की भावना उत्पन्न हुई है।

गांववालों ने भेड़िया के आगमन के डर से रतजगा किया था, जो अफवाहों पर आधारित था। सियार द्वारा लोगों को काटे जाने की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया और गांववालों ने रातभर जागकर सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास किया। हालांकि, वन विभाग ने इस मामले में भ्रमण कर बताया कि सियार की हत्या अफवाहों के आधार पर की गई थी और भेड़िया जैसी कोई घटना नहीं थी। इस भ्रम की स्थिति ने स्थानीय लोगों के बीच दहशत और असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया।

वन विभाग की ओर से की गई कार्रवाई और सियार के पोस्टमार्टम ने स्थानीय समुदाय में जागरूकता फैलाने की जरूरत को उजागर किया है। सियार की हत्या और इसके बाद की घटनाओं ने वन विभाग और स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती प्रस्तुत की है कि वे जनता को सही जानकारी प्रदान करें और ऐसी अफवाहों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। यह घटना स्थानीय लोगों को सच्ची जानकारी और सतर्कता के महत्व को समझाने का एक उदाहरण बन गई है।