———————————— चार वर्ष पूर्व सरकार ने शिक्षकों पन्द्रह हज़ार रुपए टेबलेट ख़रीदने के लिए आवंटित
टेबलेट की उम्र ख़त्म शिक्षकों पर टेब से काम करने का दबाव
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चार वर्ष पूर्व सरकार ने शिक्षकों पन्द्रह हज़ार रुपए टेबलेट ख़रीदने के लिए आवंटित किए थे तथा दो सो रुपये प्रति माह नेट री- चार्ज हेतु देने के आदेश दिए थे। साथ ही इन टेबलेट की लाइफ़ चार वर्ष निर्धारित की थी।
अब चार साल बीत जाने के बाद उसमें भी दो साल कोरोना काल में ऑनलाइन वर्क फ़्रोम होम में इनका अत्यधिक यूज़ होने के कारण सब टेबलेट ख़त्म हो चुके हे।पुराने होने के कारण इनके पुर्ज़े उपलब्ध नहीं होने से ये ठीक भी नहीं हो पाते हे।ग़ौरतलब हे की सरकार ने चार साल से आज तक नेट री-चार्ज का एक रुपया भी शिक्षकों को नहीं दिया हे।
राजकीय विधालय शिक्षक संघ के महासचिव अजय वीर यादव ने पत्र लिख कर माँग की हे की सरकार पहले चार साल के नेट री-चार्ज के शिक्षकों बकाया पैसो का भुगतान करे। ऑनलाइन काम हेतु शिक्षकों को ऐपल के लेपटोप उपलब्ध कराए एडवांस दो वर्षों के नेट पैक के रुपये भुगतान करे।तब तक शिक्षक ऑन लाइन कार्य करने के लिए बाध्य नहीं होंगे।
अजय वीर यादव ने सरकार से माँग करते हुए कहा की स्कूलो की रंग बिरंगी इमारतों में फ़ाइव जी वाई फ़ाई की आवश्यकता भी सरकार को सोचनी चाहिए थी,104 प्रतिशत शिक्षा बजट बढ़ाने के बाद स्कूलो में दफ़्तर के काम के लिए भी कई कई दिन तक नेट ख़राब रहता हे।नये नयें भवनो में फ़ाईवर केबल की फ़िटिंग तक नहीं हे यह सोचनीय हे।