पंजाब बॉर्डर पर हापुड़ का बेटा शहीद नम आंखों से दी अंतिम विदाई
आपको बता दें हापुड़ के मोहल्ला शिवपुरी निवासी एएसआई सुनील कुमार कौशिक भारत-पाक सीमा पर बीओपी-शेरपुर, 183 बटालियन बीएसएफ अजनाला अमृतसर (पंजाब) पर तैनात किया गए थे। जोकि पंजाब की सबसे संवेदनशील सीमाओं में से एक है। 22 मई की मध्यरात्रि में भारी तूफान और खराब मौसम के कारण भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सक्रिय ड्यूटी करते समय वह बुरी तरह घायल हो गए थे। उन्हें तुरंत चिकित्सा के लिए आईवीवाई अस्पताल, अमृतसर ले जाया गया। चार दिन उन्होंने मौत और जिदंगी की जंग लड़ी। जहां 27 मई को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके भांजा प्रतीक ने बताया कि उन्होंने 34 साल देश की सेवा की। वह होली पर ही घर आए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी सुनीता कौशिक व दो बच्चे हैं। जिनमें पुत्री अकांशा कौशिक व पुत्र अंकित कौशिक हैं। पुत्री की शादी हो चुकी है। जबकि बेटा प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में जुटा है। उनके शहीद होने की सूचना मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। परिजन शव लेने के लिए पंजाब रवाना हो गए। रविवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर हापुड़ पहुंचा। शव के हापुड़ पहुँचे जाने पर परिजनों में कोहराम मच गया। एसडीएम दिग्विजय सिंह और सीओ एसएन वैभव पांडेय ने पहुँचकर पुष्प अर्पित श्रंद्धाजलि दी। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद उन्हें अंतिम विदाई दी गई।