ऊंची कूद में भारत ने पहली बार जीता कोई पदक, शंकर ने रचा इतिहास
Commonwealth Games 2022: बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स का छठा दिन भारतीय खिलाड़ियों के लिये ऐतिहासिक रहा है. जहां वेटलिफ्टिंग में भारतीय टीम ने अपने ऑल टाइम रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 10 पदक जीत लिये हैं, तो वहीं पर एथलेटिक्स में भी उसे कॉमनवेल्थ गेम्स का पहला पदक मिला है. एथलेटिक्स में मिला यह पदक सिर्फ इस वजह से खास नहीं है कि यह 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में इन स्पर्धाओं का पहला पदक है बल्कि जिस खेल से आया है उसमें भारत ने इससे पहले कभी पदक नहीं जीता है.तेजस्विन शंकर ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
भारत को यह पदक पुरुषों की ऊंची कूद में मिला है जिसे दिलाने का काम तेजस्विन शंकर ने किया है. तेजस्विन शंकर ने राष्ट्रमंडल खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धा में बुधवार को भारत का खाता खोलते हुए पुरूषों की ऊंची कूद स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.
नेशनल रिकॉर्डधारी तेजस्विन शंकर ने एथलेटिक्स की ऊंची कूद में 2 . 22 मीटर की छलांग लगाई और देश के लिये पहला ब्रॉन्ज मेडल जीतने का कारनामा किया. 23 वर्षीय तेजस्विन शंकर के सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2.27 मीटर तो वहीं पर पर्सनल बेस्ट प्रदर्शन 2.29 मीटर है.गौरतलब है कि तेजस्विन शंकर को शुरुआत में कॉमनवेल्थ के लिये चुनी गये भारतीय एथलेटिक्स टीम में शामिल नहीं किया गया था लेकिन जब दिल्ली हाई कोर्ट ने इस मामले में दखल देते हुए निर्देश दिया तो एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उन्हें कॉमनवेल्थ दस्ते के साथ बर्मिंघम भेजा और अब इस खिलाड़ी ने इतिहास रच दिया है.