सृजना साहित्यिक संस्था द्वारा मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित
सृजना साहित्यिक संस्था उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 142वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।सर्वप्रथम राजकीय इंटर कालेज प्रतापगढ़ के परिसर में स्थापित मुंशी प्रेमचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की गई।उसके बाद
जीवन के आरंभिक सेवाकाल में प्रतापगढ़ के डिस्ट्रिक्ट स्कूल जिसे वर्तमान में राजकीय इंटर कालेज प्रतापगढ़ नाम से जाना जाता है, में शिक्षण कार्य करने वाले महान कथाकार के कृतित्व व व्यक्तित्व पर गहन चर्चा भी हुई
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी रोशनलाल ऊमर वैश्य ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद की कहानियाँ अजर-अमर हैं ये युग-युगांतर तक समाज का पथप्रदर्शन करने का कार्य करेंगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कथाकार प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद की कहानियाँ कालजयी हैं।वे आमजन की व्यथा एवं व्यवस्था के यथार्थ लेखक थे।
इस अवसर पर राधेश्याम दीवाना,श्रीनाथ मौर्य सरस,
गंगा प्रसाद भावुक,राजकुमार,उदयराज मिश्र,चंद्र प्रकाश,दीपक आदि साहित्यकारों ने मुंशी प्रेमचंद की जीवनयात्रा पर विमर्श करते हुए अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन अनिल कुमार निलय ने किया।