कांगो में राजस्थान के दो BSF जवान शहीद, दोनों संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा थे,
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कांगो में UN शांति सेना में सेवा दे रहे बाड़मेर जिले के बांड गांव के BSF जवान सांवलाराम विश्नोई जी एवं जवान शिशुपाल सिंह के निधन पर गहरा दुख जताया है। पायलट ने ट्वीट कर लिखा- दोनों जवान उग्रवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए हैं। शहीद जवानों को मैं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति एवं परिजनों को संबल दें। बता दें कि कांगो में संयुक्त राष्ट्र विरोधी प्रदर्शन में बीएसएफ में राजस्थान के हेडकांस्टेबल शिशुपाल सिंह और हेडकांस्टेबल सांवला राम बिश्नोई शहीद हो गए हैं। बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि 26 जुलाई दिन मंगलवार को कांगो के बुटेम्बो में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दल में शामिल बीएसएफ के दो जवानों ने हिंसक सशस्त्र विरोध के दौरान घायल होने के बाद दम तोड़ दिया. अधिकारियों ने कहा कि 70 से 74 बीएसएफ जवानों की दो पलटन इलाके में तैनात थी।
बीएसएफ के दोनों जवान राजस्थान के रहने वाले हैं
मध्य अफ्रीकी देश कांगो के पूर्वी भाग में संयुक्त राष्ट्र विरोधी प्रदर्शनों में अब तक करीब 15 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही, इन विरोध-प्रदर्शनों में हिंसक झड़प के दौरान संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन के तहत तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान भी शहीद हो गए हैं। बीएसएफ के ये दोनों जवान राजस्थान के रहने वाले हैं और दोनों ही हेडकान्स्टेबल के पद पर तैनात थे। इन दोनों की पहचान हेडकांस्टेबल शिशुपाल सिंह और हेडकांस्टेबल सांवला राम बिश्नोई के रूप में की गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दोनों सैनिकों की शहादत पर दुख जताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. दोनों सैनिक कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा थे
शिशुपाल सिंह और सांवला राम बिश्नोई शहीद हो गए
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि कांगो में बीएसएफ के दो बहादुर भारतीय शांति सैनिकों की शहादत पर गहरा दुख हुआ। वे संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा थे। इन आक्रोशपूर्ण हमलों के अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उन्हें न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। बता दें कि कांगो में संयुक्त राष्ट्र विरोधी प्रदर्शन में बीएसएफ में राजस्थान के हेडकांस्टेबल शिशुपाल सिंह और हेडकांस्टेबल सांवला राम बिश्नोई शहीद हो गए हैं