गुजरात में दर्दनाक हादसा: भरूच के दहेज इंडस्ट्रियल एरिया में केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट

in #gujrat2 years ago

गुजरात के भरूच जिले में सोमवार को केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से विस्फोट हो गया। जिसमें छह मजदूरों की मौत हो गई। घटना अहमदाबाद से करीब 235 किमी दूर दहेज इंडस्ट्रियल एरिया में सुबह तीन बजे हुई। भरूच SP लीना पाटिल के मुताबिक, मजदूर एक रिएक्टर के पास काम कर रहे थे, जिसमें अचानक विस्फोट हो गया। इससे सभी की मौत हो गई। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।जिस वक्त आग लगी, उस वक्त ओम ऑर्गेनिक कंपनी में डिस्टिलेशन प्रोसेस चल रही थी। आग इतनी भीषण थी कि दूर से ही धुएं के गुबार दिखाई दे रहे थे। हादसे के बाद फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। इस घटना से मृतकों के परिजन को गहरा सदमा लगा है।आग इतनी भीषण थी कि कंपनी का सारा सामान जल कर राख हो गया। घटना की जांच पुलिस के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग भी कर रहा है। पुलिस कंपनी में फायर सेफ्टी उपकरण की भी जांच कर रही है कि कंपनी में वे मौजूद थे या नहीं।पुलिस के मुताबिक ओम ऑर्गेनिक फैक्ट्री डेढ़ साल पहले ही शुरू हुई है। जिसमें केमिकल मिक्सिंग के कई प्लांट हैं। हादसे में मृतक के परिवार के सदस्य वसंत वसावा ने कहा, "हमें सुबह करीब 4 बजे कंपनी से आग लगने के बारे में फोन आया और कहा गया कि हमारे रिश्तेदारों के शव नहीं मिले हैं। लेकिन जब हम पहुंचे, तो पता चला कि वे बॉडी ले गए थे।एक अन्य मृतक के परिवार के सदस्य गोविंद वसावा ने कहा कि उन्हें चिरागभाई का फोन आया था और कहा था कि रिएक्टर में विस्फोट के कारण कंपनी में आग लग गई थी। जिसमें मेरे भाई प्रकाश की मौत हो गई है। हम यहां सुबह छह बजे से हैं। जब से आए हैं तब से गेट के पास ही खड़े हैं और अभी तक अंदर जाने नहीं मिला है। हमारे आने से पहले लाशों को ले गए।भरूच के ही दहेज में यशस्वी केमिकल फैक्ट्री में भी दो साल पहले बॉयलर ब्लास्ट हो गया था। जहां 8 लोगों की मौत हो गई थी और 52 लोग घायल हुए थे। वहां लगी आग को बुझाने में दमकल की 10 गाड़ियां लगी थीं। केमिकल रिएक्शन के चलते आस-पास के गांवों से 5 हजार लोगों से घर खाली करवाए गए थे।पिछले साल फरवरी में भी भरूच में ही फॉस्फोरस बनाने वाली केमिकल फैक्टरी में धमाके के साथ आग लगी थी। इस हादसे में 24 कर्मचारी घायल हो गए थे और 5 लापता थे। धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज 20 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी थी।