इन खास तरीकों से शांतनु मुखर्जी अपने आप को रखते है फिट, जानिए उनका पूरा फिटनेस फंडा

in #entertainment2 years ago

बॉलीवुड की फिल्मों में कई बेहतरीन गानों के लिए अपनी आवाज देने वाले प्लेबैक सिंगर शांतनु मुखर्जी यानी शान दुनिया का जाना-माना नाम हैं। शांतनु मुखर्जी को लोग आज शान (Shaan) के नाम से जानते हैं, 50 साल की उम्र के बाद भी वह यंग, फिट और बहुत एनर्जेटिक दिखते हैं आईए जानते है उनका फिटनेस फंडा...
मशहूर सिंगर शान इन दिनों स्टार भारत के चर्चित शो ‘स्वयंवर: मीका दी वोटी’ में नजर आ रहे हैं। इस शो में शान कई सालों बाद हॉस्ट की भूमिका में हैं। शो में शान काफी फिट-हैंडसम और एनर्जेटिक दिख रहे हैं। उनकी फिटनेस को लेकर शो में मीका ने भी उनकी तारीफ की। अपनी फिटनेस को मेंटेन रखने के लिए क्या रहता है शान का रुटीन और डाइट प्लान, जानिए उन्हीं की जुबानी।
मेरा डेली रुटीन
मेरा मानना है कि हम सभी को अपनी फिटनेस को प्रियोरिटी देनी चाहिए। फिट रहना केवल फिल्म-टीवी से जुड़े लोगों या खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि हर इंसान के लिए जरूरी है। कोरोना पेंडेमिक ने भी हमें यही सिखाया है कि सबसे पहले अपनी सेहत है, उसके बाद बाकी के काम। मैं अपनी फिटनेस को फर्स्ट प्रियोरिटी देता हूं, इसलिए आज भी खुद को पहले जैसा ही एनर्जेटिक महसूस करता हूं। जहां तक डेली रुटीन की बात है तो मेरे हर दिन की शुरुआत संगीत के रियाज से होती है। रियाज के बाद जिम में वर्कआउट करता हूं, फिर नाश्ता और उसके बाद 12 बजे से अपने बाकी काम (मीटिंग्स, रिकॉर्डिंग्स या और कोई काम) शुरू करता हूं। दिन की शुरुआत सही हो तो पूरा दिन अच्छे से गुजरता है।
घर में करता हूं एक्सरसाइज
मैं डेली एक्सरसाइज करता हूं लेकिन जिम नहीं जाता हूं। मैंने अपने घर पर ही जिम बनाया हुआ है। मैं डेली जिम में सुबह आधा से एक घंटा जरूर बिताता हूं। उस दौरान तरह-तरह की फिटनेस रिलेटेड एक्सरसाइज करता हूं।
बैलेंस डाइट
खाने को लेकर एक मशहूर कहावत है-जैसा खाओ अन्न वैसा रहेगा तन-मन। यानी अगर हमको अपना तन-मन स्वस्थ और अच्छा रखना है तो अपनी डाइट सही रखनी चाहिए। मैं अपनी डाइट को लेकर बहुत कॉन्शस रहता हूं। बैलेंस डाइट लेता हूं और समय पर खाना खाता हूं।
नींद से नो कॉम्प्रोमाइज
आज के दौर में हममें से अधिकतर लोग अपने जॉब या प्रोफेशन में इस कदर बिजी रहते हैं कि अकसर अपने आराम और नींद को पूरा समय नहीं देते हैं। मेरा मानना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। हमारा शरीर एक प्रकार की मशीन ही है, जिसके अलग-अलग हिस्से अपना काम करते हैं। इसलिए इन्हें भी आराम की सख्त जरूरत होती है। इसलिए अपनी नींद और आराम से कोई समझौता न करें। मैं अपनी नींद को लेकर कभी कॉम्प्रोमाइज नहीं करता हूं।
ऐसे रखता हूं मन को खुश
हमारा दिल और दिमाग का खुश रहना हमारी फिटनेस में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अपने दिल-दिमाग को खुश करने के लिए वो काम करें, जो आपको पसंद हों। कुछ समय अपने लिए भी निकालें और इस दौरान अपनी हॉबी को समय दें, सुकून देने वाले काम करें। मैं हमेशा से खेलने का शौकीन रहा हूं। इसलिए जब भी टाइम मिलता है क्रिकेट खेलता हूं। खेलने से मुझे खुशी मिलती है और मेरी फिटनेस भी अच्छी रहती है।
जब हमारा दिमाग शांत रहता है तो सोच भी सकारात्मक रहती है। हम शांत रहते हैं। आसानी से तनाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते हैं, बल्कि समस्या के समाधान पर ध्यान लगाकर उसे हल करने की कोशिश करते हैं। हमारी सकारात्मक सोच हमें जिंदगी में आगे बढ़ने में बहुत मदद करती है। इसलिए मैं हमेशा पॉजिटिव रहता हूं। अध्यात्म में मेरी रुचि भी इसमें काफी मददगार साबित होती है।