कराची के एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़, लोगों के बीच डर का माहौल

in #international2 years ago

_125352915_825948af-285c-42c5-9eca-a5a90358e808.jpg.webpपाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची के कोरंगी इलाक़े में बुधवार को हिंदुओं के मारी माता मंदिर में तोड़फोड़ की गई। मंदिर में एक मूर्ति को भी खंडित करने की भी ख़बर है। पुलिस ने इस मामले में एफ़आईआर दर्ज की है लेकिन हमले के बाद इलाक़े में लोगों में डर बना हुआ है।

ऑल कराची मद्रासी हिंदू पंचायत के अध्यक्ष एसके शमीम ने बताया, "छह अज्ञात लोग बंदूकों के साथ मंदिर परिसर में घुस गए। उन्होंने कहा कि मंदिर के पुजारी को बुलाओ या किसी बड़े व्यक्ति को बुलाकर लाओ। इत्तेफाक की बात है कि वहां उस वक्त कोई बड़ा नहीं था। उन्होंने मंदिर में रंगरोगन कर रहे और सफ़ाई कर रहे बच्चों को डराया।" "उन्होंने पहले हनुमान मंदिर को तोड़ा, उसके बाद गणेश मंदिर तोड़ा और कहने लगे कि हम दोबारा वापस आएंगे।"

_125352917_62a83eab-6dee-40c3-9abc-d61610f29606.jpg.webpऑल कराची मद्रासी हिंदू पंचायत के सदस्य और स्थानीयनिवासी संजीव कुमार ने कहा, "हम इस इलाक़े में 1961 से रह रहे हैं। यहां पहले कभी ऐसा नहीं हुआ।" कराची में क़रीब सौ तमिल हिंदू परिवार रहते हैं जिनमें से 15 परिवार कोरंगी इलाक़े में और बाकी मद्रासी पारा में रहते हैं। मद्रासी पारा कराची कैंटोनमेंट के पड़ोस में हैं। बुधवार को जब ये घटना हुई तो मारी माता मंदिर में मारी अम्मान त्योहार के लिए रंगरोगन हो रहा था।

लोगों के बीच डर का माहौल

मंजीला का घर मारी माता मंदिर के बगल में है. वो इस हमले से गुस्से में हैं और डरी हुई हैं। उन्होंने कहा, "मंदिर में ऐसा पहली बार हुआ है. बच्चे मंदिर के अंदर थे। अगर उन्हें चोट लग जाती तो क्या होता?" "चाहे मंदिर हो, चर्च हो या मस्जिद क्या कोई भी आकर ऐसे हमले कर सकता है।"

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मारी माता मंदिर पर हमले की आलोचना की है और 'इसे धार्मिक अल्पसंख्यकों का सुनियोजित तरीके से उत्पीड़न' बताया। लेकिन, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों को खारिज किया है।