हरदोई में कागजों पर कार्य दर्शाकर प्रधान ने हड़पे 17 लाख, जांच शुरू

in #corruption2 years ago

IMG-20220512-WA0051.jpgहरदोई। भ्रष्टाचार खत्म करने के सरकारी दावों के बीच उत्तर प्रदेश के जनपद हरदोई की विकासखंड कछौना में एक प्रधान द्वारा अपनी ग्रामसभा में रिबोर व मरम्मत के नाम पर लाखों का गबन करने का मामला सुर्खियों में है। ग्रामसभा के एक जागरूक नागरिक ने विभागीय अधिकारियों से ग्राम प्रधान द्वारा किये गए इस भ्रष्टाचार की पुष्टि के मजबूत साक्ष्यों व तथ्यों के साथ लिखित शिकायत कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही की मांग की है।

ग्राम पंचायत पतसेनी देहात निवासी अशोक कुमार पुत्र खगेश्वर ने शपथ पत्र के साथ बीडीओ व डीडीओ सहित डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि ब्लॉक कछौना की ग्राम पंचायत पतसेनी देहात में हैंडपंप रिबोर एवं मरम्मत के नाम पर 17 लाख का गबन ग्राम प्रधान मुख्तार द्वारा किया है। ग्राम सभा में कोई भी हैंडपंप नहीं लगवाया गया है और ना ही रिबोर कराया गया है। विभागीय लोगों की मिलीभगत से कागजों पर फर्जी काम दर्शाकर ग्राम प्रधान द्वारा 17 लाख की निधि का गबन कर लिया गया। शिकायतकर्ता द्वारा यह भी बताया गया है कि उक्त फर्जी तरीके से गबन की गई राशि को ग्राम प्रधान मुख्तार के भाई मोहम्मद नसीम जो कि स्वयं कचोना देहात ग्राम सभा के प्रधान हैं की फर्जी रूप से बनाई गई फर्मों में भी गया है।

शिकायतकर्ता ने बताया कि जनता और प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर हुए इस भ्रष्टाचार के पूरे मामले की लिखित शिकायत दिनांक 27 अप्रैल को खंड विकास अधिकारी प्रमोद अग्रवाल एवं दिनांक 29 अप्रैल को जिला विकास अधिकारी से की। लेकिन ग्राम प्रधान को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है होने के कारण इस भ्रष्टाचार के मजबूत साक्ष्यों की मौजूदगी के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा जांच व कार्रवाई के लिए कोई भी कदम नहीं उठाए गए। जिसके बाद शपथ पत्र पर जिलाधिकारी को शिकायत की गई।

बहरहाल जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। मामले पर जांच शुरू होते ही ग्राम प्रधान सकते में है और उसने कागजों पर पहले ही दर्शाए गए कार्यों को कराना आरंभ कर दिया है जो क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बिंदु बना हुआ है।

वहीं शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने यह बताया है कि ग्राम प्रधान व उसका प्रधान भाई दोनों ही दबंग हैं और उन्हें भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल का संरक्षण प्राप्त है। शिकायत के बाद उस पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है और जान माल की धमकियां भी दी जा रही हैं। उसने बताया कि यदि उसके साथ कोई घटना घटित होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रधान और उसके भाई की होगी।