आरोग्य केंद्रों पर 27 स्वास्थ्य अधिकारी तैनात हैं, एक दो केंद्रों को छोड़कर सभी पर तालाबंदी

in #up2 years ago

उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर : ब्लाक क्षेत्र के विभिन्न जनआरोग्य केंद्रों पर 27 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) तैनात हैं, लेकिन एक दो केंद्रों को छोड़कर अधिकतर में तालाबंदीIMG_20220704_043101.jpg रहती है। इतना ही नहीं गांव के लोग यह भी नहीं जानते कि सीएचओ कौन है। उनसे कैसे रोगों में मदद मिल सकती है। पड़ताल में तीन केंद्रों पर तालाबंद मिला ।
औराताल गांव का जन आरोग्य केंद्र उपकेंद्र भवन से संचालित होता है। यहां न बिजली की व्यवस्था न ही पानी की। सूनसान जगहपर बने केंद्र आबाद होने की बाट जोह रहा है। गैर संचारी अभियान के स्कैनिंग की जानकारी जब ग्रामीणों से ली गई तो हजरत अली, बदरे आलम, रिज्वानुल्लाह ने कहा एएनएम ही यहां काम करती हैं। सीएचओ कौन हैं पता नहीं। मेंहीहरदो गांव का उपकेंद्र गंगवार में संचालित हो रहा है। गांव की जुलेखा खातून, जोहरा खातून, धीरेंद्र प्रताप सिंह, सोनू सिंह ने बताया कि टीकाकरण आदि का कार्य एएनएम करती हैं। सीएचओ के बारे में जानकारी नहीं है। रसूलपुर स्थित केंद्र के खुलने व तैनात सीएचओ की जानकारी गांव के प्रधान को भी नहीं है। प्रधान इश्तियाक अहमद ने बताया कि छह माह पूर्व सीएचओ आए थे तबसे अब तक गांव में नहीं आए।
सीएचओ की यह है जिम्मेदारी है। और
आदेश है कि हर माह 400 लोगों की ओपीडी प्रत्येक सीएचओ को करनी है। यही नहीं विभाग इस समय गैर संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभियान चला रहा है। जिसमें सुबह नौ बजे शाम पांच बजे तक हर सीएचओ को ग्रामीणों की स्क्रीनिंग करनी है। जिसमें सुगर, ब्लड प्रेशर,कैंसर आदि रोगों से पीड़ित मिलने पर विशेषज्ञ को रिपोर्ट प्रेषित करते हुए निश्शुल्क उपचार व सामान्य रोगी का तुरन्त उपचार करना है। विभाग के 43 एकल व 8-8 के दो दल विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रख रही हैं, लेकिन शायद वह भी जनआरोग्य केंद्रों की तरह कागजों में निगरानी कर रही हैं। इस संदर्भ में जब सामुदायिक स्वास्थ्य के बेवां के अधीक्षक डा. श्रवण तिवारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया की सभी को केंद्र पर रहने के निर्देश हैं। निरीक्षण कर सीएचओ की उपस्थिति जांचेंगे। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।