बलरामपुर के तुलसीपुर क्षेत्र में तेंदुआ का आतंक

बलरामपुर 12 सितंबर : (डेस्क) जनपद के तुलसीपुर क्षेत्र में तेंदुए का आतंक बीते 10 दिनों से लगातार जारी है।तेंदुआ अब तक कई जानवरों को अपना शिकार बना चुका है।इससे ग्रामीणों में भारी दहशत का माहौल बना हुआ है।

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तुलसीपुर क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से तेंदुए का आतंक लगातार जारी है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में भारी दहशत का माहौल बना हुआ है। तेंदुए ने अब तक कई जानवरों को अपना शिकार बनाया है, जिसके कारण लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

तेंदुए का आतंक

तेंदुए की उपस्थिति ने ग्रामीणों को घरों में कैद कर दिया है। लोग रात में बाहर निकलने से डर रहे हैं, और बच्चों को घर से बाहर भेजने में भी हिचकिचा रहे हैं। इस दौरान, तेंदुए ने बकरियों और अन्य घरेलू जानवरों पर कई हमले किए हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान भी हुआ है।

वन विभाग की कार्रवाई

इन घटनाओं के बाद, वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव के पास पिंजरा लगाने का निर्णय लिया है। पिंजरे में बकरियों को बोट के रूप में रखा गया है ताकि तेंदुआ उन्हें आकर्षित कर सके। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे तेंदुए की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं और उसे सुरक्षित तरीके से पकड़ने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।

ग्रामीणों की चिंताएं

ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकल रहा है। वे चाहते हैं कि वन विभाग तेंदुए को पकड़ने के लिए जल्द से जल्द कार्रवाई करे ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। कई ग्रामीणों ने कहा है कि वे रात में खेतों में काम करने से डरते हैं और अपने जानवरों को बाहर छोड़ने में हिचकिचाते हैं।

सुरक्षा उपाय

वन विभाग ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे रात में अकेले बाहर न जाएं और बच्चों को सुरक्षित रखें। इसके अलावा, ग्रामीणों को यह भी कहा गया है कि वे तेंदुए की गतिविधियों की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।

निष्कर्ष

तुलसीपुर क्षेत्र में तेंदुए का आतंक एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। वन विभाग की कार्रवाई और ग्रामीणों की जागरूकता इस समस्या के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और तेंदुए के आतंक को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाएं।