छह माह पूर्व लगी दस लाख की मशीन फुंकी

चित्रकूट 10 सितंबर:(डेस्क)राजापुर क्षेत्र, चित्रकूट में धान की खेती का प्रमुख केंद्र है। इस क्षेत्र में चिल्लीमल पंप कैनाल के बिजली उपकरणों के फुंकने से नहर का संचालन ठप हो गया है, जिसके कारण 26 गांवों की लगभग एक हजार बीघा धान की फसल सूखने की कगार पर है।

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बिजली संकट और फसल की स्थिति
छह महीने पहले स्थापित की गई 10 लाख रुपये की नई मशीन अब खराब हो गई है, जिससे गांवों में बिजली संकट उत्पन्न हो गया है। इस स्थिति ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि धान की फसल के लिए नियमित जल आपूर्ति आवश्यक है।

किसानों की मांग
किसान संगठन, जैसे कि भारतीय किसान यूनियन (भाकियू), ने इस मुद्दे को उठाया है और नहरों के संचालन को फिर से शुरू करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि जल आपूर्ति जल्द नहीं की गई, तो धान की फसल का भारी नुकसान होगा।

नहरों का महत्व
राजापुर क्षेत्र में नहरें धान की खेती के लिए जीवन रेखा की तरह हैं। बिना पानी के, फसलें सूख जाती हैं, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है।

निष्कर्ष
इस संकट को हल करने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि किसानों की मेहनत और फसलें बर्बाद न हों।