बालिकाश्री योजना के बांड गायब होने की जांच में आई तेजी, सीडीपीओ से मांगी गई जानकारी

in #banda17 days ago

बांदा 30 अगस्त (डेस्क):-बांदा। बालिकाश्री योजना के तहत जारी किए गए बांडों के गायब होने की जांच में नौ माह बाद अचानक तेजी आ गई है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सभी सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) से बांडों से संबंधित जानकारी जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

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बालिकाश्री योजना की शुरुआत 2005 में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से की गई थी, जिसमें निर्धन परिवारों में जन्मी बालिकाओं के नाम 800 रुपये की एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) कराई गई थी। इस योजना के तहत जिले में 2000 से अधिक बच्चियों के लिए बांड बनाए गए थे, जिन्हें संबंधित सीडीपीओ कार्यालयों में रखा गया था। पिछले साल दिसंबर में पैलानी निवासी कामता ने अपनी बहन सहोद्रा सहित अन्य बालिकाओं के बांड गायब होने की शिकायत डीएम से की थी।

शिकायत के बाद जांच में तिंदवारी सीडीपीओ कार्यालय से 397 बांड गायब पाए गए, जिनमें से कुछ का डाक विभाग से भुगतान होने की भी पुष्टि हुई थी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित लिपिक को तत्काल निलंबित कर दिया गया और जांच के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई थी। हालांकि, यह जांच नौ महीने से ठंडे बस्ते में पड़ी थी।

अब पुनः शिकायत मिलने पर प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिषेक अवस्थी ने तिंदवारी सहित सभी सीडीपीओ को पत्र भेजकर बांडों के गायब होने और उनके भुगतान से संबंधित स्थिति की सूचना दो दिन के भीतर देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जानकारी समय पर उपलब्ध नहीं कराई गई, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।