महामहिम राष्ट्रपति के कार्यक्रम में व्यवस्था प्रभारी के वजह से चौथा स्तंभ हुआ निराश

महामहिम राष्ट्रपति के कार्यक्रम में व्यवस्था प्रभारी के वजह से चौथा स्तंभ हुआ निराश

पूरे कार्यक्रम के तहत नहीं चली एलईडी की सीडी चौथा स्तंभ मूकदर्शक बनकर देखता रहा मीडिया फिर भी हुई अच्छी कवरेज,

संत कबीर नगर।depositphotos_24031475-stock-illustration-news-icon.jpg बीते दिवस महामहिम राष्ट्रपति का आगमन सूफी संत कबीर की परिनिर्वाण स्थली पर हुआ उक्त कार्यक्रम में काफी सुचारू व्यवस्था के बीच दूर व्यवस्थाओं का दंश झेलना पड़ा जनपद के चौथे स्तंभ को लगभग 5 दर्जन से ऊपर पत्रकारों की टीम को बेबकास भवन में पुलिस सुरक्षा के बीच एकत्रित कर दिया गया यह कहते हुए कि इसमें सारी व्यवस्था आपको बंद कमरे में मुहैया करा दी जाएगी जहां से आप खबर कबरेज करेंगे, जैसा कि जनपद की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल द्वारा सारी व्यवस्थाओं के लिए व्यवस्था प्रभारी अर्थ एवं संख्या अधिकारी एनके सिंह नामित कर दिए गए थे और कार्यक्रम के 1 दिन पहले सारी व्यवस्थाओं को मुस्तैदी से जांच भी कर ली गई थी फिर भी बेबकास भवन में लगी एलईडी की सीडी कार्यक्रम के शुभारंभ से लेकर अंत समय तक नहीं चलने पाई ,चलाने वाले व्यक्ति ने यह कहा कि वह सिस्टम हमारे पास नहीं है जिससे यह एलईडी की सीडी चलती है आखिर इसका कौन जिम्मेदार है इन सब के पीछे किसका हाथ है ऐसा क्यों किया गया कब तक करते रहेंगे यह जिले के अधिकारी बताते चलें कि सारी व्यवस्थाओं का व्यवस्था प्रभारी के रूप में 8 वर्षों से जनपद में पैर जमाए हुए अर्थ एवं संख्या अधिकारी जो मलाई काटते हुए इन व्यवस्थाओं के बीच भी मलाई ,तलाशते नजर आए फिर भी सब के सहयोग से महामहिम राष्ट्रपति का कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुआ लेकिन सवाल इस बात का है कि कार्यक्रम के समस्त व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी व्यवस्था प्रभारी के रूप में नामित किए गए अर्थ संख्या अधिकारी एनके सिंह ही जिम्मेदार हैं , जहां एक तरफ कार्यक्रम के समापन पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा विषम परिस्थितियों में भी साथ देने वाले चौथे स्तंभ को धन्यवाद ज्ञापित किया है, वही इस अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है क्योंकि शासन के तबादला नीति को आईना दिखाते नजर आ रहे हैं इन्हें किसी का कोई भय नहीं है संभवत इसी के वजह से यह लगभग 8 सालों से चैन की बंसी बजा रहे हैं जबकि शासन द्वारा तबादला नीति कोई भी अधिकारी जनपद में 3 साल से ऊपर अपने कार्य को नहीं कर सकता है जिसका अर्थ एवं संख्या अधिकारी एनके सिंह इसका जीता जागता उदाहरण है,इनके द्वारा खुला चैलेंज दिया जा रहा है ।