बिहार की चार चीनी मिलों के 40 किसानों को दिया गया कृषि प्रशिक्षण

in #farmers8 days ago

शाहजहांपुर 11 सितम्बर:(डेस्क)शाहजहांपुर के गन्ना शोध परिषद में मंगलवार को बिहार के गोपालगंज, मोतिहारी और पश्चिमी चंपारण की चार चीनी मिलों के 40 किसानों का एक दल पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ गन्ना शोध संस्थान के निदेशक वीके शुक्ला ने वर्चुअल माध्यम से किया।

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प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य

इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य गन्ना एवं चीनी उत्पादन में सार्थक वृद्धि करना है। निदेशक वीके शुक्ला ने बताया कि इस कार्यक्रम में किसानों को व्याख्यान के साथ-साथ प्रायोगिक जानकारी भी दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान किसानों को विभिन्न किस्मों के गन्ने को देखने का अवसर मिलेगा, साथ ही उनकी बुवाई की विधि और कृषि यंत्रों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

प्रशिक्षण की विशेषताएँ

प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को गन्ना उत्पादन के नवीनतम तरीकों और तकनीकों के बारे में बताया जाएगा। इसमें गन्ने की विभिन्न किस्मों के चयन, उनकी बुवाई, सिंचाई, खाद प्रबंधन, कीट और रोग नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग कैसे करना है, इस पर भी जानकारी दी जाएगी।

किसानों की भागीदारी

इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों ने अपनी उत्सुकता व्यक्त की और कहा कि उन्हें इस तरह के प्रशिक्षण से बहुत लाभ होगा। उन्होंने बताया कि वे अपने अनुभवों को साझा करेंगे और सीखे गए ज्ञान को अपने खेतों में लागू करेंगे।

गन्ना उत्पादन की स्थिति

बिहार में गन्ना उत्पादन एक महत्वपूर्ण कृषि गतिविधि है, जो किसानों की आय का एक प्रमुख स्रोत है। गन्ना उत्पादन में वृद्धि के लिए उचित तकनीकों और प्रशिक्षण की आवश्यकता है। इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से किसानों को न केवल अपने उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिलेगी, बल्कि वे बेहतर आर्थिक स्थिति की ओर भी अग्रसर होंगे।