बरेली के खुसरो कॉलेज के चेयरमैन और उनके बेटे गिरफ्तार, एसआईटी की कार्रवाई में खुलासा

बरेली 11 सितम्बरः(डेस्क)बरेली में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें खुसरो कॉलेज के चेयरमैन शेर अली जाफरी और उनके बेटे फिरोज अली जाफरी पर 379 छात्रों को डी फार्मा की फर्जी डिग्री देकर लगभग 3.69 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है। एसआईटी (Special Investigation Team) ने बुधवार को इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

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मामले का खुलासा

जांच में पता चला कि खुसरो पीजी कॉलेज में ही खुसरो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एवं टेक्नोलॉजी के नाम से पिछले तीन वर्षों में 379 छात्रों को डी फार्मा में प्रवेश दिया गया, जबकि किसी भी विश्वविद्यालय से इसके लिए अनुमति नहीं ली गई थी। इन छात्रों को फर्जी डिग्री और अंक पत्र जारी किए गए।

जब छात्रों को पता चला कि उनकी डिग्री और मार्कशीट फर्जी हैं, तो उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने इस मामले की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की। जांच में शेर अली जाफरी और उनके अन्य साथियों के खिलाफ आरोप सही पाए गए।

आरोपियों की गिरफ्तारी

एसआईटी ने बुधवार को शेर अली जाफरी और उनके बेटे फिरोज अली जाफरी को खुसरो कॉलेज से ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से बचने के लिए जाफरी ने बरेली से लखनऊ तक कई राजनेताओं के चक्कर काटे, लेकिन राजनीतिक रसूख काम नहीं आया और पुलिस ने दोनों बाप-बेटों को जेल भेज दिया।

आर्थिक नुकसान और छात्रों का भविष्य

इस मामले में शेर अली जाफरी पर लगभग 3.69 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है। छात्रों को जब नौकरी करने पहुंचने पर पता चला कि उनकी डिग्रियां फर्जी हैं, तो उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। इस प्रकार, आरोपियों ने न केवल सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया, बल्कि छात्रों के भविष्य से भी खिलवाड़ किया।

कार्रवाई और आगे की राह

इस मामले में पुलिस ने शेर अली जाफरी, उनके साथी विश्वनाथ शर्मा, विजय शर्मा और फिरोज अली जाफरी के खिलाफ सीबीगंज थाने में मामला दर्ज किया था। अब एसआईटी ने शेर अली और फिरोज अली को गिरफ्तार कर लिया है।

यह मामला न केवल शिक्षा जगत में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करता है, बल्कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले इस गिरोह को भी सामने लाता है। सरकार को इस तरह के फर्जीवाड़ों पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे और शिक्षा जगत में सुधार लाया जा सके।