नवाबगंज पालिका की पूर्व चेयरपर्सन शहला ताहिर, पांच अधिशासी अधिकारी समेत 16 लोग 10.41 करोड़

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बरेली 28 अगस्तः (डेस्क)नवाबगंज नगर पालिका में करोड़ों का गबन, पूर्व अध्यक्ष शहला ताहिर समेत 16 लोगों पर आरोप

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Image credit: Amar ujala

बरेली जिले के नवाबगंज नगर पालिका में 2012 से 2017 के बीच 10.41 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया है। इस मामले में पूर्व अध्यक्ष शहला ताहिर, पांच कार्यकारी अधिकारी और 10 कर्मचारियों व ठेकेदारों के खिलाफ लखनऊ में चार्जशीट दायर की गई है।

शहला ताहिर और अन्य आरोपी

इस मामले में शामिल सरकारी धन गबन के आरोपी:

• शहला ताहिर, पूर्व अध्यक्ष

• पांच कार्यकारी अधिकारी: हीरालाल प्रजापति, हरिलाल राम, नरेंद्र कुमार जौहरी, राजेश कुमार सक्सेना, और विजय कुमार

• 10 कर्मचारी और ठेकेदार: अमर सिंह, सुरेश पाल, रघुवीर सिंह, कैलाश चंद, रवींद्र कुमार शुक्ला, मोहम्मद अफजाल, मोहम्मद आरिफ, सलीम हैदर, वकील खां, और शिव कुमार

शहला ताहिर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) की नेत्री हैं और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर से उनकी लंबी अदावत रही है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई राठौर के भाई नरेंद्र सिंह राठौर की शिकायत पर हुई है।

आरोपों का सारांश
2019 में नरेंद्र सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री को शिकायत करके शहला ताहिर पर नगर पालिका में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। इस मामले में शहला ताहिर के वित्तीय अधिकार भी सीज कर दिए गए थे, लेकिन हाई कोर्ट से स्टे मिल गया था।

शहला ताहिर पर आरोप है कि उन्होंने बिना अधिशासी अधिकारी के ही 52.47 लाख रुपये में से 47.31 लाख रुपये आहरित कर लिए, जिससे होली पर सफाई कर्मियों को वेतन देने में दिक्कत आई।

इसके अलावा, शहला ताहिर पर कई अन्य आरोप भी हैं, जिनमें 100 करोड़ रुपये के सरकारी धन और संपत्ति के गबन और वित्तीय अनियमितताओं के मामले शामिल हैं।

कार्रवाई और जमानत
शहला ताहिर को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में नवाबगंज नगर पालिका अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने इस कार्रवाई को अनुचित बताते हुए इसे कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।

वहीं, पीलीभीत के धोखाधड़ी के मामले में शहला ताहिर को जमानत मिल गई है।

जांच का सिलसिला
शहला ताहिर के खिलाफ लगातार शिकायतें आती रही हैं और जांच का सिलसिला भी जारी है। 2019 में उनके खिलाф शिकायत के बाद से ही मामला चर्चा में है और अब 10.41 करोड़ रुपये के गबन का खुलासा हुआ है।

इस मामले में लखनऊ में चार्जशीट दायर की गई है और आगे की कार्रवाई होने की उम्मीद है। शहला ताहिर और अन्य आरोपियों पर गंभीर आरोप हैं और इस मामले में उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए।