बार बार स्मरण से दृढ़ होता है संकल्प - बैण्याकाबास उच्च प्रशिक्षण शिविर रूपी यज्ञ की पूर्णाहुति

in #barmer2 years ago

बाड़मेर।
जो अपना है उसे हम भूलते नहीं है। श्री क्षत्रिय युवक संघ भी मेरा है अगर यह दायित्व बोध आ जाएगा तो हम संघ को नहीं भूलेंगे लेकिन इसे यदि जीवन के अन्य कार्यों के समानांतर कार्य मान लिया तो निश्चय ही भूल जाएंगे। संघ को यदि आपने अपना माना है तो आपको जीवन भर संघ याद रहेगा। इस यज्ञ की त्यागस्वरूपा भस्म का तिलक अपने भाल पर करके जाएं और श्री क्षत्रिय युवक संघ को अपना मानने के संकल्प को दृढ़ करें। कोई भी संकल्प दृढ़ तभी होता है जब उसे बार-बार याद किया जाए। आप संघ को स्मरण रखें और जब भी अवसर मिले पुनः शाखा और शिविर के माध्यम से ऐसे वातावरण में आने का प्रयास करें। उपरोक्त संदेश श्री क्षत्रिय युवक संघ के संघप्रमुख श्री लक्ष्मण सिंह बैण्याकाबास ने उच्च प्रशिक्षण शिविर, आलोक आश्रम, बाड़मेर में आज अपने विदाई उद्बोधन में दिया। 19 मई से प्रारंभ शिविर की पूर्णाहुति आज 29 मई को हुई जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 500 से अधिक स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।IMG-20220529-WA0019.jpg

विरात्रा में बालिका उच्च प्रशिक्षण शिविर संपन्न

बाड़मेर जिले में चौहटन के विरात्रा में वाकल माता मंदिर परिसर में चल रहा बालिकाओं का ग्यारह दिवसीय उच्च प्रशिक्षण शिविर आज 29 मई को संपन्न हुआ। बालिकाओं को विदाई देते हुए शिविर संचालिका जागृति बा हरदासकाबास ने कहा कि यह केवल रस्मी विदाई है वास्तविक विदाई नहीं है क्योंकि आप यहां आकर संघ से जुड़ गई हैं और संघ की स्वयंसेविका बन गई हैं। श्री क्षत्रिय युवक संघ एक ईश्वरीय कार्य है और हमने भी इस शिविर में इस बात को अनुभव किया है। जो ईश्वरीय कार्य करता है उसकी ईश्वर सहायता करता है। लेकिन यह कार्य आसान नहीं है, बहुत कठिन कार्य है। इन ग्यारह दिनों में आपने बहुत कुछ सहन किया, अनेक परीक्षाओं को उत्तीर्ण किया। अब श्री क्षत्रिय युवक संघ से मिले ज्ञान को आप अपने जीवन में उतारें। आपके हृदय में एक दीपक को प्रज्वलित किया गया है, उसमें घी रूपी संस्कार भी संघ ने दिए हैं उनका निरंतर अभ्यास करके उसकी पूर्ति करती रहें। उस ज्योत को बुझने न दें जो ज्योत श्री क्षत्रिय युवक संघ ने यहां आपके हृदय जगाई हैं। शिविर में देश के विभिन्न राज्यों से आई 172 बालिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।