ग्राम बौण्डी में भव्यता के साथ मनाया गया बिजली महोत्सव कार्यक्रम

in #bahraich2 years ago

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उत्सव के मुख्य अतिथि रहे विधायक महसी सुरेश्वर सिंह

बहराइच आजादी के अमृत महोत्सव अन्तर्गत बौंडी के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में बिजली महोत्सव का आयोजन किया गया। बिजली विभाग की ओर से उज्जवल भारत, उज्जवल भविष्य स्लोगन वाले महोत्सव के मुख्य अतिथि विधायक महसी सुरेश्वर सिंह व विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी रहे। बिजली उत्सव के दौरान सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण, ग्रामीण विद्युतीकरण, वितरण तंत्र का सुदृढ़ीकरण, क्षमता वृद्धि, एक नेशन एक ग्रिड, अक्ष्य ऊर्जा व उपभोक्ता अधिकारों पर प्रोजेक्टर के माध्यम से लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। बिजली विभाग से जुड़े दो नाटकों का अभिनय किया गया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा कि बौंडी के राजा हरदत्त सिंह सवाई व चहलारी नरेश बलभद्र सिंह का जंग-ए-आजादी में अतुलनीय योगदान है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश तक बिजली पहुंचाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में समूचे प्रदेश में गांव-गांव व घर-घर तक बिजली पहुंची। बिजली व्यवस्था में बेहतर परिवर्तन हुआ है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुचारू आपूर्ति मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने लोगों को समय से बिजली बिल जमा करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि सरकार में हर घर को बिजली से जोड़ा गया है। मार्च 2020 से आपूर्ति को बढ़ाकर 18 घंटे, 22 घंटे और अब 24 घंटे किया गया है। विधायक ने बिजली विभाग के नोडल अधिकारी से कहा कि बौंडी से बिजली उपकेंद्र दूर है इसलिए बौंडी क्षेत्र में एक उपकेंद्र स्थापित कराएं। बिजली उत्पादन क्षमता 2014 में 2,48,554 मेगावाट से बढ़कर आज 4,00,000 मेगावाट हो गई है, जो हमारी मांग से 1,85,000 मेगावाट ज्यादा है। भारत अब अपने पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात कर रहा है। पूरे देश को एक ग्रिड में जोड़ने के लिए 1,63,000 सर्किट किलोमीटर ट्रासमिशन लाइनें जोड़ी गईं, जो एक फ्रीक्वेंसी से संचालित हो रही है। लद्दाख से कन्याकुमारी तक और कच्छ से म्यांमार तक यह दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत ग्रिड के रूप में उभरा है। इस ग्रिड का इस्तेमाल करके हम देश के एक कोने से 1,12,000 मेगावाट बिजली पहुंचा सकते हैं। हमने कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कोप-21) में वचन दिया था कि 2030 तक अक्षय ऊर्जा स्रोतों से हमारी उत्पादन क्षमता का 40 फीसदी पहुंच जाएगा। हमने यह लक्ष्य निर्धारित लक्ष्य से 9 साल पहले नवंबर 2021 में ही हासिल कर लिया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि बिजली महोत्सव मनाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक जनभागीदारी हो और बिजली क्षेत्र के विकास को बड़े पैमाने पर नागरिकों तक पहुंचाया जा सके। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की उपलब्धता औसतन 12.5 घंटे था, जो अब बढ़ कर औसतन 22.5 घंटे तक हो गया है। सरकार द्वारा बिजली उपभोक्ताओं के अधिकार के तहत नियम, 2020 पेश किया गया, इसके तहत; नए बिजली कनेक्शन प्राप्त करने की अधिकतम समय-सीमा अधिसूचित की गई है। उपभोक्ता अब रूफ टॉप सोलर को अपना सकते हैं। समय पर बिलिंग सुनिश्चित की जाएगी। मीटर संबंधी शिकायतों को दूर करने के लिए समय-सीमा अधिसूचित किया गया। राज्य नियामक प्राधिकरण अन्य सेवाओं के लिए समयसीमा अधिसूचित करेगा। उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण करने के लिए डिस्कॉम द्वारा 24ग्7 कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा। वर्ष 2018 में सिर्फ 987 दिनों में गांव (18,374) में 100 फीसदी विद्युतीकरण हासिल किया। 18 महीनों में 100 फीसदी घरेलू विद्युतीकरण (2.86 करोड़) लक्ष्य हासिल किया. जिसे दुनिया का सबसे बड़ा विद्युतीकरण अभियान माना गया। सौर पंपों को अपनाने के लिए शुरू की गई योजना जिसके तहतदृ केंद्र सरकार 30 फीसदी अनुदान देगी और राज्य सरकार 30 फीसदी अनुदान देगी. इसके अलावा, 30 फीसदी ऋण सुविधा उपलब्ध होगी। उज्ज्वल भारत उज्जवल भविष्यदृपॉवर/2047 के तहत पूरे देश में बिजली महोत्सव के तौर पर मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य बिजली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक जनभागीदारी और विकास में ज़मीन से जुड़े लोगों को इसमें सम्मिलित होना सुनिश्चित करना है।
नोडल अधिकारी पावरग्रिड रमेश कुमार रावत द्वारा विद्युत उत्पादन क्षमता में वृद्धि, नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों का उपयोग, बिजली (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियम 2020, सौर पंपों को अपनाने के लिए शुरू की गई योजना के तहत केंद्र और राज्य सरकार द्वारा देय सब्सिडी व ऋण सुविधा सहित विभिन्न योजनाओं व उपलब्धि के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। आज हम अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1,63,000 मेगावाट से भी अधिक बिजली पैदा करते हैं। हम दुनिया में अक्षय ऊर्जा क्षमता तेज गति से स्थापित कर रहे हैं। 2,01,722 करोड़ रुपये के कुल लागत के साथ हमने विद्युत वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। पिछले पांच वर्षों में बिजली के आधारभूत संरचना के तहत कई कार्यों को पूरा किया गया है। इनमें 2,921 नए उपकेन्द्र बनाना, 3,926 उपकेन्द्र का विस्तार, 6,04,465 सर्किट किलोमीटर एलटी लाइन स्थापित करना, 2,68,838 सर्किट किमी 11 केवी हाई टेंशन लाइनें स्थापित करना, 1,22,123 सर्किट किलोमीटर कृषि फीडरों का फीडर का पृथक्करण और स्थापना आदि शामिल है।
इससे पूर्व विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, डीएम डा. दिनेश चंद्र व एसएसपी केशव कुमार चौधरी ने 300 वर्ष पुराने अद्भुत कुसुम के पेड़ का पूजन अर्चन किया। विधायक ने इस पेड़ के सरंक्षण का संकल्प लिया। इसके बाद विधायक महसी श्री सिंह, डीएम डा. चंद्र व एसएसपी श्री चौधरी के नेतृत्व में स्वयं सहायता समूह की सैकड़ों महिलाओं, ग्रामीणों ने हर घर तिरंगा कार्यक्रम के प्रति लोगों में जागरूकता लाये जाने के उद्देश्य से तिरंगा यात्रा निकाली। समूचा गांव भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद व बौंडी नरेश हरदत्त सिंह सवाई अमर रहें के नारों से गूंज उठा। बिजली उत्सव के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के वंशज रामनरायण चतुर्वेदी को अतिथियों द्वारा अंगवस्त्र व सोलर लाइट प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर डीपीआरओ उमाकांत पांडेय, एसडीएम रामदास, तहसीलदार विपुल कुमार सिंह, बीडीओ फखरपुर अशोक कुमार सिंह, पावरग्रिड के वरिष्ठ महाप्रबंधक एस.के. गुप्ता, नितेश शर्मा, अधीक्षण अभियंता पी.के. सिंह, अधिशासी अभियंता सुनील गुप्ता, एसडीओ सुनील कुमार दूबे, आनंद सिंह, अवर अभियंता विजय तिवारी, जिला प्रतिनिधि अखंड प्रताप सिंह, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि फखरपुर रणवीर सिंह मुन्ना मौजूद रहे।