आरोपियों की निशानदेही पर चार लाख रुपये के मोबाइल टावर उपकरण बरामद

in #tower17 days ago

आजमगढ़ 30 अगस्तः (डेस्क)आजमगढ़ में मोबाइल टॉवर से उपकरण चोरी करने वाले एक अंतर्जनपदीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने 26 जुलाई को चंद्रभानपुर गांव निवासी सुशील कुमार पांडेय, हरिरामपुर निवासी निखिल उर्फ कृपाशंकर विश्वकर्मा, सतीश यादव, सुभम पांडेय, रोहित पाठक, संजय साहनी, मऊ के बृजेश साहनी, फिरोज, अजय यादव, महेश गौड, अहमद और आमिर, तथा गोरखपुर के जगदीश गुप्ता को गिरफ्तार किया।

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पुलिस ने आरोपियों के पास से 12 लाख रुपये मूल्य के उपकरण, तीन कारें, मोबाइल और नकदी बरामद की। इस मामले में गंभीरपुर पुलिस ने बृहस्पतिवार को टावर के उपकरणों को बरामद किया,
जिनकी कीमत लगभग चार लाख रुपये है।

गिरोह के कुछ सदस्य, प्रवीण पाठक उर्फ मोनू, प्रशांत पाठक उर्फ
गोलू और रणविजय पाठक उर्फ ओम, मौके से फरार हो गए थे।

बाद में, उन्होंने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह आजमगढ़ जिले के 17 स्थानों और 8 थाना क्षेत्रों में सक्रिय था, जहां उन्होंने कई मोबाइल टावरों से उपकरण चोरी किए थे।

पुलिस की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि इस प्रकार की चोरी की घटनाएं गंभीर समस्या बन चुकी हैं, और पुलिस इस पर कड़ी नजर रख रही है। गिरोह के सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

पुलिस ने कहा कि इस गिरोह के खिलाफ जांच जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस मामले में पुलिस की तत्परता और कार्रवाई की सराहना की जा रही है, जिससे यह संदेश जाता है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी है, और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। पुलिस का मानना है कि सामूहिक प्रयास से ही इस प्रकार की अपराधों पर काबू पाया जा सकता है।

गिरोह के पकड़े जाने से यह भी स्पष्ट होता है कि पुलिस की गश्त और निगरानी प्रणाली में सुधार हो रहा है, जिससे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाई जा रही है।

इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए पुलिस ने स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने का निर्णय लिया है, ताकि सुरक्षा को बढ़ाया जा सके और लोगों में विश्वास स्थापित किया जा सके।

आगे की कार्रवाई में पुलिस ने यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि सभी मोबाइल टावरों की सुरक्षा को बढ़ाया जाए और इस प्रकार की चोरी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।

इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि तकनीकी उपकरणों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की चोरी की घटनाएं न हों।

पुलिस ने बताया कि वे इस मामले में सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं और जल्द ही अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई करेंगे।

इस घटना ने स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है, और वे अब इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की योजना बना रहे हैं।

इस प्रकार, आजमगढ़ में मोबाइल टॉवर से उपकरण चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्थानीय सुरक्षा को मजबूत करने में मदद करेगा।