क्या फिरोजाबाद की तरह सपा के लिए मुसीबत बनेंगे शिवपाल
आजमगढ़ का रण अखिलेश के लिए काफी मायने रखता है। सैफई परिवार के कब्जे में आयी इस सीट को अखिलेश किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहते। एक तरफ जहां बसपा और बीजेपी ने अखिलेश की मुसबीतों में इजाफा किया है वहीं दूसरी ओर वह अपने चाचा शिवपाल की चालों से भी घिरते नजर आ रहे हैं।एक दो दिन के भीतर शिवपाल यादव आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के खिलाफ प्रचार करते नजर आ सकते हैं।