सुलतानपुर-तालाब की जमीन तहसील आवास के नाम सुरक्षित
लंभुआ। राजस्व अभिलेख में तालाब के नाम दर्ज जमीन को पहले तहसील आवास के नाम सुरक्षित कर लिया गया। बाद में आनन-फानन में फिर से तहसील आवास के लिए आरक्षित की गई जमीन को पुन: तालाब खाते में दर्ज करने के लिए तहसील प्रशासन द्वारा जिलाधिकारी के यहां आख्या प्रेषित की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। डीएम से शिकायत पर सीआरओ ने एसडीएम लंभुआ को मामले की जांच के लिए निर्देशित किया है।
लंभुआ कस्बे में स्थित को तत्कालीन ग्राम प्रधान पूनम अग्रहरी द्वारा इस तालाब की खुदाई भी कराई गई थी। लेकिन बाद में यहां पर तहसील आवास बनने के बाद पूरा नंबर तहसील प्रशासन द्वारा तहसील आवास के लिए सुरक्षित कर लिया गया। तहसील आवास बनने के बाद भी अभी भी कुछ तालाब का अंश बचा हुआ है। जिसमें गांव वालों के घरों तथा बरसात का पानी इकट्ठा होता है। समाजसेवी मनोज शर्मा ने डीएम रवीश गुप्ता को प्रार्थना पत्र देकर अवगत करवाया की तहसील प्रशासन तालाब की जमीन को तहसील आवास के नाम सुरक्षित कर लिया है। जो विधिक रुप से सही नहीं है। नियमानुसार तालाब की जमीन को किसी और के नाम परिवर्तित नहीं किया जा सकता। श्री शर्मा ने कहा कि तालाब के शेष अंश का अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत खुदाई कराकर सुंदरीकरण कराना तथा आवास के किनारे-किनारे बाउंड्री वॉल कराना नितांत आवश्यक है। मामले से डीएमके अवगत होने के बाद सीआरओ ने एसडीएम लंभुआ को जांच के लिए निर्देशित किया है। लंभुआ एसडीएम का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, यह मेरे पूर्व का प्रकरण है। जांच कराकर निश्चित तौर पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।