औरैया-अधिवक्ताओं ने नाराजगी जताई

in #auraiya2 years ago

औरैया। ककोर में स्थापित किशोर न्याय बोर्ड से वादकारियों को लगातार हो रही दिक्कतों के कारण अधिवक्ताओं ने नाराजगी जताई है। किशोर न्यायालय को औरैया में स्थापित करने को लेकर जिला बार एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को कई बार मांग पत्र सौंपा फिर भी अभी तक उक्त न्यायालय को औरैया में स्थापित न किये जाने से अधिवक्ताओं ने गहरी नाराजगी जताते हुए 21 मई को न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला किया है।
जिला बार एसोसिएशन औरैया के अध्यक्ष सतीश चंद्र राजपूत और महामंत्री प्रदीप कुमार तिवारी ने आज अधिवक्ताओं के साथ बैठक की और बताया कि किशोर न्याय बोर्ड को ककोर में स्थापित करना कत्तई प्रासंगिक नहीं हैं। अन्य सभी अदालतें औरैया में स्थापित हैं जबकि किशोर न्याय बोर्ड को ककोर में स्थापित कर दिया गया है। इससे वादकारियों और अधिवक्ताओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार एक ही तिथि व समय पर अलग अलग न्यायालयों और किशोर न्याय बोर्ड में तारीखें पड़ जाने से जिला न्यायालय से 12 किलोमीटर दूर ककोर जाने में अधिवक्ताओं को भारी दिक्कत होती है। ऐसी स्थिति में वादकारियों का हित प्रभावित होता है। महामंत्री प्रदीप तिवारी ने कहा कि औरैया शहर में PWD का पुराने दफ्तर का भवन और ब्लॉक में भी कुछ भवन खाली पड़ा हुआ है। इन भवनों में किशोर न्याय बोर्ड स्थापित कर प्रशासन वादकारियों के हित में फैसला ले सकता है। इसके लिए जिला बार एसोसिएशन ने पूर्व में कई बार जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दे चुका है। अधिकारियों ने आश्वासन भी दिया किन्तु उस पर अमल आज तक नहीं हो पाया। इसी को लेकर 20 मई को बार एसोसिएशन अपना एजेंडा वकीलों के सम्मुख प्रस्तुत कर अगले दिन 21 मई को न्यायालयीय कार्यों से विरत रहकर जिलाधिकारी को पुनः ज्ञापन देगा।
बैठक में सौरभ पाठक, कनिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद कुमार,धीरेंद्र शुक्ल, हरि शंकर शर्मा, अभिषेक दुबे, अंकुर अवस्थी, रवि तिवारी, वैभव तिवारी, नागेंद्र त्रिपाठी, राजेन्द्र दुबे, सुरेश चंद्र दुबे,सुरेश कुमार मिश्र, हेमू चौबे, ऋषभ चतुर्वेदी, धीरेंद्र भदौरिया, अतुल अवस्थी, कंचन चौधरी, त्रिलोकी अवस्थी, सनी तिवारी सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।IMG-20220519-WA0046.jpg