मण्डला जिले में समस्याओं की कोई कमी नहीं जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि कुंभकर्णी नीद में..

मण्डला प्रदेश के मण्डला जिले में समस्याओं की कोई कमी नहीं है जिले में ढेर सारी समस्याओं से नागरिक तंग हो चुके हैं और नेता व नौकरशाह समस्याओं के निराकरण के लिए कोई विशेष ध्यान नहीं दे रहे हैं सरकारी तंत्र सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में घोर लापरवाही बरत रहा है सभी शासकीय योजनाओं में घोर धांधली लापरवाही व मनमानी चरम सीमा पर पहुंच गई है ग्राम सभा में पारित प्रस्तावों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है स्वच्छ भारत मिशन में भारी धांधली की गई है फर्जी तरीके से ग्रामों को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है। शौचालय निर्माण में धांधली की गई है नए शौचालयों का निर्माण नहीं किया जा रहा है आवंटित धन की भारी होली खेली गई है प्राइवेट व सरकारी स्कूलों में गंदगी का साम्राज्य स्थापित हो गयाइनके स्कूल भवनों की हालत अत्यंत खस्ता हो गई है स्कूल भवनों के रंग रोगन व मरम्मत के लिए ध्यान नहीं दिया जा रहा है प्राइवेट स्कूलों व सरकारी स्कूलों की विशेष जांच पड़ताल नहीं की जा रही है कृषि उद्यानिकी की योजनाएं Screenshot_2022-09-12-06-17-14.png
कागज में चल रही है बेरोजगारी, गंदगी ,बीमारी,धांधली, निरक्षरता चरम सीमा पर पहुंच गई है। संपूर्ण जिले में सड़कों की हालत खस्ता हो गई है मरम्मत इत्यादि में ध्यान नहीं दिया जा रहा है नए मार्गों के निर्माण में घोर लापरवाही बरती जा रही हैए बिजली की कटौती बंद नहीं हो रही हैए अनाप.शनाप बिजली बिल उपभोक्ताओं को थमाई जा रहे हैं सीएम हेल्पलाइन और जिला स्तरीय जनसुनवाई असफल हो चुके हैं इन कार्यक्रमों से समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा हैए ढेर सारीशिकायतें और आवेदन पत्र लंबित पड़े हुए हैं जिन पर शासन प्रशासन के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है
नागरिक सवाल कर रहे हैं साक्षर भारत मिशन के प्रेरक और अतिथि शिक्षकों को शासन द्वारा नियमित नहीं किया जा रहा है जिससे इनका आक्रोश दिनों दिन बढ़ता जा रहा हैए सरकारी स्कूलों के मास्टर मुख्यालय में नहीं रह रहे हैं अप डाउन कर रहे हैं जिससे सरकारी स्कूलों की पढ़ाई बुरी तरह मिलने जिले में प्रभावित हो चुकी है अटैचमेंट शिक्षकों का समाप्त नहीं किया जा रहा है और अब डाउन पर लगाम नहीं लगाई जा रही है पंचायत समन्वयकों को बदला नहीं जा रहा है सचिवों को ग्राम पंचायतों का प्रभार नहीं सौंपा जा रहा है। रोजगार सहायक ग्राम पंचायतों में सचिवों का प्रभार संभाले हुए हैं खनिज माफिया सक्रिय हैं अवैध कारोबार चरम सीमा पर पहुंच गया है खुलेआम अवैध तरीके से