फर्जी गिरफ्तारी को लेकर थाने पर प्रदर्शन, देर रात उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद रिहा किया

in #police2 years ago

फर्जी गिरफ्तारी को लेकर थाने पर प्रदर्शन, देर रात उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद रिहा किया

शाहपुर। गांव साँझक में दो पक्षो में पिछले कई वर्षों से चली आ रही रंजिश के चलते गत दिवस एक पक्ष के युवक द्वारा दूसरे पक्ष के तीन लोगों को नामजद किये जाने पर पुलिस द्वारा एक युवक को हिरासत में लेने पर आक्रोशित सेकडो लोगो ने पूर्व मंत्री चौधरी योगराज सिंह के नेतृत्व में देर रात थाने पर धरना प्रदर्शन किया। देर रात तक चले प्रदर्शन से रालोद नेताओ व उच्चाधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद हिरासत में लिए गए युवक को रिहा किया। रिहा करने के बाद धरना प्रदर्शन खत्म हुआ। गांव साँझक में वर्ष 2013 में लुकमान प्रधान व अकरम प्रधान के बीच हुए विवाद में अकरम पक्ष की ओर से अय्यूब उर्फ जरनैल वादी था जबकि इस्माइल व नसीम गवाह थे। न्यायालय में चल रहे विवाद में अभी गवाही चल रही है। गत दिवस गांव निवासी बोनी ने थाने पर अय्यूब उर्फ जरनैल व इस्माइल, नसीम के विरुद्ध मारपीट कर घायल करने की तहरीर दी थी। जबकि ग्रामीणों के मुताबिक इस्माइल व नसीम तीन दिन से गांव से बाहर गए हुए थे। तहरीर पर कार्रवाई करते हुए पुलिस अय्यूब। उर्फ जरनैल को थाने ले आई। अय्यूब की गिरफ्तारी की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को लगी तो रालोद के पूर्व मंत्री चौधरी योगराज सिंह, जिला पंचायत सदस्य इरशाद चौधरी, सलीम चौधरी सेकडो लोगो के साथ थाने पँहुचे ओर निर्दोष अय्यूब उर्फ जरनैल की रिहाई को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। देर रात 11 बजे तक चले धरने प्रदर्शन के दौरान उच्चाधिकारियों से वार्ता करने के बाद पुलिस ने हिरासत में लिए गए अय्यूब उर्फ जरनैल को रिहा किया। देर रात अय्यूब की रिहाई के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ
फ़ोटो केप्शन-- शाहपुर थाने पर प्रदर्शन करते लोग व मौजूद रालोद नेता


यह है पूरा प्रकरण
शाहपुर। गांव साँझक के ग्रामीणों के मुताबिक वर्ष 2013 में गांव साँझक में लुकमान प्रधान व अकरम प्रधान के बीच किसी बात को लेकर मारपीट व गोली चली थी। जिसमे दोनों पक्षो की ओर से थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। न्यायालय में चले वाद में अकरम पक्ष बरी हो चुका है जबकि लुकमान पक्ष की गवाही चल रही है। अकरम पक्ष की ओर से दर्ज कराए गए उक्त मुकदमे में अय्यूब उर्फ जरनैल वादी है तथा इस्माइल व नसीम गवाह है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि लुकमान पक्ष वादी व गवाहों पर दबाव बनाने के लिए फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर इन पर दबाव बनाना चाहता है, जिससे उसे न्यायालय में चल रहे विवाद में लाभ मिल सके।