अलीगढ़ पोस्टमार्टम रिपोर्ट से छेड़छाड़ में फार्मासिस्ट निलंबित, डॉ की शासन भेजी रिपोर्ट

in #aligarh2 years ago

20220604_102801.jpgउत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में मृतक की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और पोस्टमार्टम हाउस पर तैनात फार्मासिस्ट के द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ करने का सनसनीखेज आरोप लगाया गया था जिसके बाद आनन-फानन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी ने एसीएमओ स्तर के अधिकारी को मामले की जांच करने के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से छेड़छाड़ के आरोपित फार्मासिस्ट केपी शर्मा को एडी हेल्थ की संस्तुति पर सीएमओ ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट छेड़छाड़ के प्रकरण की जांच कर रहे डिप्टी सीएमओ डा. खानचंद द्वारा संबंधित पक्षों के लिए गए बयान व अन्य सभी रिपोर्ट एडी हेल्थ को भेज दी गई है।जबकि डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई शासन स्तर से होनी है। आपको बता दें थाना हरदुआगंज इलाके के राॅयल होम्स कालोनी की रहने वाली एक गर्भवती महिला की संदिग्ध परिस्थितियों मैं मौत हो गई थी। जिसके बाद ससुरालीजनों ने गर्भवती महिला द्वारा अपने आप खुदकुशी करने की बात कही थी। जबकि बेटी की मौत सूचना पर मौके पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने मृतक महिला के पति समेत उसके ससुरालीजनों पर उसकी गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया था।

जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज इलाके की राॅयल होम्स कालोनी निवासी एक गर्भवती महिला की 14 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में उसके घर के अंदर मौत हो गई थी। महिला की मौत के बाद उसके पति और ससुराल ही जनों ने महिला द्वारा अपने आप खुदकुशी करने की बात कही थी। गर्भवती महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद उसकी मौत की सूचना मृतक महिला के पति द्वारा फोन कर मायके पक्ष के लोगों को दी गई थी। बेटी की मौत की सूचना मिलते ही मायके पक्ष के लोग अपनी मृतक बेटी की ससुराल पहुंच गए थे जिसके बाद मौके पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने मृतक महिला के पति समेत उसकी ससुराली जनों पर बेटी की गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया था। महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने और मायके पक्ष के लोगों द्वारा हत्या किए जाने के आरोप लगाने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी और मृतक महिला के शव का पंचनामा भरकर डेड बॉडी 14 मई को पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई थी। इसके बाद मृतक महिला के मायके पक्ष के लोगों ने थाने पहुंचकर उसके पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए दी गई तहरीर पर पुलिस द्वारा हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसके पास पोस्टमार्टम हाउस पर तैनात डॉक्टर कुमार सौरभ सहित डॉ प्रवीण रंजन के द्वारा महिला के शव का पोस्टमार्टम किया गया था। दोनों डॉक्टरों के द्वारा पोस्टमार्टम करने के बाद महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पोस्टमार्टम हाउस पर तैनात फार्मेसिस्ट केपी शर्मा की सुपुर्दगी में सौंप दी गई थी। जिस के करीब सप्ताह भर बाद महिला के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर कुमार सौरभ ने महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ करने की शिकायत एडी हेल्थ से की गई थी। डॉक्टर कुमार सौरभ के द्वारा शिकायत में कहा गया था कि महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ओवर राइटिंग कर बदली गई है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाने के बाद एडी हेल्थ में स्वास्थ्य विभाग सहित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के विशेष पैनल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई छेड़छाड़ की जांच कराई गई। जिसके बाद जांच टीम ने लगाए गए आरोप को सही पाया। आरोप सही पाए जाने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी ने आरोपी डॉक्टर सहित फार्मेसिस्ट के बयान दर्ज कर भेजने के निर्देश दिए गए। जांच अधिकारी एसीएमओ डॉ खानचंद ने रिपोर्ट बदलने वाले लोगों पर बयान लिए गए। हालांकि उसके एक सप्ताह तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद एडी हेल्थ ने यथास्थिति में जांच रिपोर्ट अपने कार्यालय पर तलब करते हुए डॉक्टर सहित फार्मासिस्ट के खिलाफ निलंबित करने की संस्तुति की गई।

वहीं इस पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नीरज त्यागी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ ऑफ ओवरराइटिंग पाएं जाने के मामले में फार्मासिस्ट केपी शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। जबकि डॉक्टर संवर्ग का निलंबन शासन स्तर से होगा। इसके लिए हमने अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश शासन को भेज दी है।जबकि सप्ताहभर पहले महिला के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर कुमार सौरभ ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ करने की शिकायत एडी हेल्थ से की गई थी।उन्होंने अपनी शिकायत में कहा की ओवरराइटिंग कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदली गई है। डॉक्टर की शिकायत पर एडी हेल्प ने स्वास्थ्य विभाग सहित जेएन मेडिकल कालेज के विशेषज्ञ पैनल से प्रकरण की जांच कराई तो डॉक्टर द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलने को लेकर लगाए गए आरोप सही पाए गए।