एएमयू के एनआरएससी द्वारा दो दिवसीय सुलेख कार्यशाला का आयोजन

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अलीगढ़, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गैर-आवासीय छात्र केंद्र (एनआरएससी) ने ही ‘हॉब्लिट-इंकलकेमीः बेसिक्स ऑफ कैलीग्राफी’ शीर्षक से दो दिवसीय सुलेख कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का आयोजन प्रो. बृज भूषण सिंह (प्रोवोस्ट) और डॉ. अम्मार इब्ने अनवर (क्लब अध्यक्ष) के मार्गदर्शन में किया गया तथा डॉ. मोहम्मद मुश्फिक (क्लब प्रेसीडेंट) और डॉ. अब्दुल्ला फैजुल हसन (लिटरेरी सेकरेट्री) द्वारा समन्वयित किया गया।

उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एएमयू के वित्त अधिकारी प्रो. एम. मोहसिन खान, ललित कला विभाग से प्रो. बदर जहां और अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के प्राचार्य और मुआलीजात विभाग के अध्यक्ष प्रो. बदरुद्दुजा खान सहित कई अतिथियों ने भाग लिया। कला के विशेषज्ञ प्रो. बदर जहां ने इस्लामी सुलेख पर विशेष ध्यान देते हुए विभिन्न प्रकार की सुलेख कलाओं के बारे में विस्तार से बताया।

प्रो. बदरुद्दुजा खान ने ताजमहल और एएमयू जामा मस्जिद के द्वार पर सुलेख कला के रोचक इतिहास को साझा किया, दोनों ही एक ही सुलेखक द्वारा लिखे गए थे। प्रो. एम. मोहसिन खान ने अकादमिक सफलता पर सुंदर लिखावट के प्रभाव पर विचार साझा किए। डॉ. अम्मार इब्ने अनवर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ सत्र का समापन किया। कार्यशाला में लाइव प्रदर्शन और व्याख्यान शामिल थे।
फिकरो नजर विभाग के सेवानिवृत्त अनुभाग अधिकारी साजिद अली खान ने उर्दू नस्तालिक लिपि का प्रदर्शन किया।