जेल में बंद बंदियों के बीच मानव श्रृंखला बना मनाया गया नशे से आजादी का पखवाड़ा

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IMG-20220626-WA0045.jpgउत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के जिला कारागार में नशा मुक्त भारत बनाए जाने को लेकर जेलर द्वारा जेल के अंदर बंद बंदियों के साथ मिलकर नशे से छुटकारा पाने के लिए नशा मुक्त कार्यक्रम आयोजित करते हुए मानव श्रृंखला बनाई गई।नशे से आजादी का छुटकारा पाने के लिए मानव श्रंखला बनाकर कारागार में निरुद्ध बंदियों के साथ कारागार जेलर समेत जेल स्टाफ के द्वारा जोशीले अंदाज में नशे से आजादी का पखवाड़ा मनाया गया।

अलीगढ़: भारत सरकार ने नशा मुक्त भारत के लिए एक दृष्टिकोण अपनाया है इस संकल्प को आगे बढ़ाते हुए 12 से 26 जून, 2022 तक अखिल भारतीय स्तर पर "नशे से आजादी पखवाड़ा"मनाये जाने के दृष्टिगत रखते हुए 26 जून रविवार को अलीगढ़ जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों द्वारा नए जोश और ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने के प्रयास में नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ एक मानव श्रृंखला बनाई गई।मानव श्रृंखला के मध्य से बंदियों की एक रैली भी निकाली गई। रैली को प्रभारी वरिष्ठ जेल अधीक्षक /जेलर पी के सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बंदीगढ़ अपने हाथों में नशे से मुक्ति एवं नशे से दूर रहने का संदेश देने वाले बैनर, तख्ती लेकर एक शांति भाव से आगे बढ़ते हुए सर्किल के ग्राउंड में एकत्रित हुए।इसके साथ ही जेल की बच्चा बैरक के बंदियों द्वारा नशा मुक्ति एवं उससे होने वाली बर्बादी /नुकसान के संबंध में एक नाटक प्रस्तुत किया गया, तत्पश्चात उपस्थित वक्ताओं द्वारा नशे से मुक्ति के सम्बन्ध में व्याख्यान प्रस्तुत किए गए।

इस पूरे मामले पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक/ जेलर पी.के सिंह द्वारा नशे से मुक्ति के सम्बन्ध में जेल में बंदियों एवं स्टाफ को शपथ दिलाते हुए अपने उद्बोधन में कहा गया कि नशा न केवल स्वयं को बल्कि पूरे परिवार को कठिनाइयों में डाल देता है।नशा करने वाला व्यक्ति सदैव मुरझाया हुआ प्रतीत होता है, जबकि हंसता हुआ चेहरा आपके आत्मविश्वास को जगाता है, इससे आपके कार्य को पहचान मिलती है।IMG-20220626-WA0044.jpg