बिजली समस्या को लेकर भाकियू 1 सितंबर से करेगी आंदोलन, नेता मुख्य अभियंता कार्यालय पर देंगे धरना
उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की मासिक मंडलीय पंचायत मुरादाबाद लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी बिजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि किसानों के ऊपर इस समय बहुत बड़ी जिम्मेदारी हैं। भाकियू को ही विपक्ष की भूमिका भी निभानी पड़ रही है। बिजली मिल नहीं रही है और किसानों की फसलें सूख रही हैं। एकजुट होकर किसानों की समस्याओं का समाधान कराएं।उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हित में कोई फैसला नहीं कर रही है। जबकि प्रदेश सरकार को उत्तर प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित किया जाना चाहिए। गन्ना मूल्य के भुगतान को लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया। राष्ट्रीय सचिव डा. नौ सिंह ने कहा कि किसानों को बिजली नहीं मिल रही है। नहरों में पानी नहीं आ रहा है। किसान परेशान हैं,पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह बोले कि मुरादाबाद की चीनी मिलों पर ही किसानों का करीब 60 करोड़ रुपये बकाया है। सरकार किसानों के बकाया का भुगतान कराए। नव नियुक्त मंडल अध्यक्ष बाबूराम तोमर का बैठक में स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कोई अधिकारी किसानों की बात नहीं माने तो पहले उसके बड़े अधिकारी को बताओ। इसके बाद भी अधिकारी नहीं सुनते हैं तो आंदोलन का रास्ता अपनाएं।