एटा की सिस्टर रानी ने शुरू किया ‘स्वच्छ मानव अभियान’, मन की सफाई पर जोर

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अलीगढ़ 16 अगस्त : (डेस्क) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान ने देश भर में सफाई के प्रति जागरूकता फैलायी, लेकिन एटा जनपद की पूर्व शिक्षिका सिस्टर रानी ने इस अभियान को एक नई दिशा दी है। उन्होंने 'स्वच्छ मानव अभियान' की शुरुआत की है, जो बाहरी सफाई से आगे बढ़कर मन की सफाई पर जोर देता है।

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Image credit :- bhaskar

सिस्टर रानी का 'स्वच्छ मानव अभियान': मन की सफाई पर जोर
सिस्टर रानी, जो एक समय असीसी कान्वेंट स्कूल, नोएडा में शिक्षिका रह चुकी हैं, का मानना है कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान से हम अपने बाहरी वातावरण को साफ-सुथरा जरूर बना सकते हैं, लेकिन मन की गंदगी को साफ किए बिना बाहरी सफाई का कोई खास महत्व नहीं है। उनका नया 'स्वच्छ मानव अभियान' इसी सोच को आगे बढ़ाता है।

सिस्टर रानी का कहना है कि हमारे समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, असमानता, नफरत और हिंसा जैसी समस्याएं मानव मन की गंदगी का ही नतीजा हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए हमें अपने मन को साफ करना होगा और एक नए, बेहतर समाज का निर्माण करना होगा।

उनका मानना है कि स्वच्छ भारत अभियान ने देश में सफाई अभियान को बढ़ावा दिया है, लेकिन इसका असर मन की सफाई तक नहीं पहुंच पाया है। इसलिए वह 'स्वच्छ मानव अभियान' के माध्यम से लोगों को मन की सफाई की ओर प्रेरित करना चाहती हैं।

'स्वच्छ मानव अभियान' की पहल
सिस्टर रानी ने अपने 'स्वच्छ मानव अभियान' की शुरुआत एटा जिले से की है। उन्होंने एटा के कई गांवों में जाकर लोगों से मुलाकात की और उन्हें अपने मन को साफ करने के लिए प्रेरित किया है।

उनका कहना है कि हम अपने मन को साफ करके ही एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं। इसके लिए हमें अपने मन से नफरत, ईर्ष्या, द्वेष और अन्य नकारात्मक भावनाओं को निकालना होगा और प्रेम, सद्भावना और सहिष्णुता जैसे सकारात्मक भावों को अपनाना होगा।

सिस्टर रानी का मानना है कि अगर हम अपने मन को साफ कर लेते हैं, तो हम अपने आस-पास के वातावरण को भी साफ रख सकते हैं। क्योंकि जब हमारा मन साफ होगा, तो हम अपने आस-पास के लोगों और वातावरण के प्रति भी सकारात्मक रवैया अपनाएंगे।

स्वच्छ मानव अभियान' का संदेश
सिस्टर रानी का मानना है कि 'स्वच्छ मानव अभियान' का मुख्य संदेश यह है कि अगर हम अपने मन को साफ कर लेते हैं, तो हम अपने आस-पास के वातावरण को भी साफ रख सकते हैं। क्योंकि जब हमारा मन साफ होगा, तो हम अपने आस-पास के लोगों और वातावरण के प्रति भी सकारात्मक रवैया अपनाएंगे।

उन्होंने कहा कि अगर हम अपने मन को साफ कर लेते हैं, तो हम अपने आस-पास के लोगों को भी प्रेरित कर सकते हैं कि वे भी अपने मन को साफ करें और एक बेहतर समाज का निर्माण करें।

असीसी कान्वेंट स्कूल में सिस्टर रानी का योगदान
सिस्टर रानी असीसी कान्वेंट स्कूल, नोएडा में एक समय शिक्षिका रह चुकी हैं। उन्होंने स्कूल में छात्रों को अच्छे संस्कार देने और उनके व्यक्तित्व का विकास करने में अहम भूमिका निभाई है।

स्कूल के पूर्व छात्र सिस्टर रानी के योगदान को याद करते हुए कहते हैं कि उन्होंने स्कूल में एक सकारात्मक वातावरण बनाया और छात्रों को अच्छे संस्कार दिए। उनका मानना है कि सिस्टर रानी का 'स्वच्छ मानव अभियान' भी लोगों को अच्छे संस्कार देने और एक बेहतर समाज का निर्माण करने में मदद करेगा।

निष्कर्ष
सिस्टर रानी का 'स्वच्छ मानव अभियान' एक महत्वपूर्ण पहल है, जो लोगों को मन की सफाई की ओर प्रेरित करता है। उनका मानना है कि अगर हम अपने मन को साफ कर लेते हैं, तो हम अपने आस-पास के वातावरण को भी साफ रख सकते हैं और एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं। उनका यह अभियान लोगों को अच्छे संस्कार देने और एक सकारात्मक वातावरण बनाने में मदद करेगा।