अख्तर ने सुनाई पाकिस्तान टीम में सचिन तेंदुलकर के खौफ की कहानी

in #sachintendulkar2 years ago

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India vs Pakistan : भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मुकाबला किसी जंग से कम नहीं होता। 28 अगस्त को एशिया कप में होने वाले इस ब्लकबस्टर मुकाबले से पहले पाकिस्तान के स्टार तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने साल 1999 में कोलकाता में खेले गए एशियन टेस्ट चैंपियनशिप के मुकाबले का दिलचस्प किस्सा सुनाया है। उन्होंने जो कहानी बताई है उससे पता उलता है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से पाकिस्तानी टीम कितना खौफ खाती थी।

ईडेन गार्डेंस में खेले गए इस मुकाबले में अख्तर ने शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने पहली पारी में 71 रन देकर 4 विकेट लिए थे। इससे भी बड़ी बात ये थी कि उन्होंने लगातार दो गेंदों पर राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर को आउट कर दिया था। स्टार स्पोर्ट्स के शो पर टीम इंडिया के धाकड़ ओपनर वीरेंद्र सहवाग से बताचीत में उन्होंने इसे अपना भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबले का यादगार लम्हा बताया।

द्रविड़ को आउट करने को लेकर अख्तर ने कहा, ” द्रविड़ एक कंपलिट खिलाड़ी थे। उनके पास डिफेंसिव बैटिंग से अटैक करने की योजना थी। वह फ्रंट फुट पर आकर गेंद को छोड़ देते थे। जब गेंद रिवर्स स्विंग करने लगी, तो वसीम भाई ने मुझे उनके (द्रविड़) पैरों से पास सरप्राइजिंग गेंद डालने की कोशिश करने के लिए कहा। मैंने कहा कि इसके लिए मुझे अतिरिक्त गति की जरूरत होगी, जिस पर वह सहमत हो गए। द्रविड़ उसी मानसिकता के साथ गेंद का बचाव करने के लिए आगे आए, लेकिन तब तक गेंद रिवर्स होने लगी थी और हम आउट करने में सक्षम हो गए। ”

अख्तर ने फिर बताया कि कैसे उन्होंने महान सचिन तेंदुलकर की पहली गेंद पर आउट होने की योजना बनाई। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज को सलीम मलिक, अजहर महमूद और कप्तान वसीम अकरम सहित अपने साथियों से कई निर्देश मिले। अख्तर ने कई बार कहा है कि कोलकाता टेस्ट खेलते समय उन्हें तेंदुलकर की महानता के बारे में पता नहीं था। हालांकि, उन्होंने उनके बारे में सुना था। यह संभवत: पहली बार था जब अख्तर और तेंदुलकर आमने-सामने थे। पाकिस्तान का तेज गेंदबाज ने उन्हें बोल्ड कर दिया था।

अख्तर ने कहा, ” जब सचिन बल्लेबाजी करने के लिए आए तो सलीम मलिक ने मुझे ऑफ साइड से बाहर वाइड गेंदबाजी करने के लिए कहा। इसके बाद अजहर महमूद आए और गेंद को स्विंग करते हुए देशकर मुझे चौथे स्टंप पर गेंदबाजी करने के लिए कहा। जब मैं अपने रन-अप की ओर मुड़ा, तो मैंने वसीम भाई को चिल्लाते हुए सुना, ‘ स्टंप से जितना दूर हो सके उतनी दूरी से गेंदबाजी करना। दो स्टंप से बाहर से ताकि वह मिडिल-स्टंप पर गेंद जाए। अगर तूने आउट नहीं किया तो ये अगले 5 सत्र हमको पीटेगा।”