भगवान शिव के कैलाश में अंग्रेज अधिकारी ने देखा था ऐसा चमत्कार, घोषित किया था अवकाश;
आगरा 4 अगस्त : (डेस्क) अंग्रेज कलेक्टर ने कैलाश महादेव मंदिर पर ऐसा चमत्कार देखा कि इस दिन का अवकाश घोषित कर दिया। इसके बाद से सावन के तीसरे सोमवार को स्थानीय स्तर पर अवकाश रहता है।
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आगरा में सावन के तीसरे सोमवार को कैलाश महादेव मंदिर पर मेला आयोजित किया जाएगा। यह परंपरा ब्रिटिश शासन के समय से चली आ रही है, जब एक अंग्रेज कलेक्टर ने संतान की प्रार्थना की थी। तब से हर साल इस दिन स्थानीय प्रशासन द्वारा सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है।
1905 के आगरा गजेटियर में इस मेले का उल्लेख है, जिसमें यमुना नदी के किनारे कैलाश मंदिर से अकबर के मकबरे तक दुकानों की भरमार होती थी। 1922 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दुर्लभ चित्रों में भी इस मेले की भीड़ और दुकानों का दृश्य देखा जा सकता है। यह मेला धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है।
कैलाश महादेव मंदिर के मेले में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
• जलाभिषेक: मेले की शुरुआत तड़के जलाभिषेक से होती है, जिसमें भक्त शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं।
• भजन-कीर्तन: भक्तों द्वारा भजन और कीर्तन का आयोजन किया जाता है, जिससे धार्मिक माहौल बनता है।
• प्रदर्शनियां: स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जिसमें नृत्य और संगीत शामिल होते हैं।
• दुकानें और स्टॉल: मेले में विभिन्न प्रकार की दुकानें लगती हैं, जहां धार्मिक वस्त्र, प्रसाद और अन्य सामान बिकता है।
विशेष पूजा-अर्चना: विशेष पूजा और अर्चना का आयोजन किया जाता है, जिसमें भक्तों का सैलाब उमड़ता है.