झारखंड में सियासी सरगर्मी तेज! विधानसभा अध्यक्ष ने विदेश दौरा किया रद्द,

in #jharkhand2 years ago

Jharkhand Politics: राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा कि भारत चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ बीजेपी की ओर से लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 9ए के तहत दर्ज करायी गयी शिकायत पर सुनवाई पूरी कर ली है. इस मामले में जल्द फैसला आने की उम्मीद है. संभवतः इसी के मद्देनजर स्पीकर ने अपना विदेश दौरा रद किया है.
रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ पत्थर खनन लीज मामले में भारत निर्वाचन आयोग में सुनवाई और बहस की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद आयोग ने निर्णय सुरक्षित रख लिया है. निर्वाचन आयोग के फैसला सुरक्षित रखने के बाद राज्य का सियासी पारा गर्म हो गया है. अब सबकी नजरें इस मामले में आने वाले फैसले पर टिक गयी है. वहीं सत्ता पक्षा भी इसे लेकर काफी गंभीर है. कांग्रेस के अलावा जेएमएम ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है. राजनीतिक गलियारों में ये बातें चल रही हैं कि कांग्रेस के आलाकमान की तरफ से कहा गया है कि कांग्रेस के सभी विधायक फिलहाल राज्य छोड़ कर बाहर न जायें.कांग्रेस विधायकों को भी 24 अगस्त तक रांची में ही रहने का निर्देश दिया है. कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने सभी पार्टी विधायकों को यह हिदायत दी है कि वे अभी झारखंड से बाहर नहीं जाएं. हालांकि कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को जमानत मिल गयी है, लेकिन अभी कोलकाता हाई कोर्ट ने 3 महीने तक उन सभी को कोलकाता में ही रहने का निर्देश दिया.बता दें, कई महीनों पहले कॉमनवेल्थ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जेएमएम विधायक और विधानसभा स्पीकर रविंद्र नाथ महतो समेत दो अन्य विधायकों का कनाडा जाना तय हुआ था. जिसमें मझगांव से जेएमएम विधायक निरल पूर्ति औऱ गोमिया से आजसू विधायक लंबोदर महतो का जाना तय हुआ था. लेकिन, स्पीकर समेत जेएमएम विधायक ने कनाडा जाने का दौरा रद्द कर दिया. वहीं भाजपा की गठबंधन पार्टी आजसू पार्टी के विधायक लंबोदर महतो कनाडा के लिए रवाना हो गये. इस वाक्ये के बाद कई तरह के राजनीतिक समीकरण निकाले जा रहे हैं.राजनीतिक गलियारों की कानाफूसी की बात करें तो कहा जा रहा है कि सरकार को खतरा है. बताया जा रहा है कि आनेवाले सप्ताह में निर्वाचन आयोग का जो फैसला आनेवाला है वो निगेटिव हो सकता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ पत्थर खनन लीज मामले में भारत निर्वाचन आयोग में सुनवाई और बहस की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद आयोग ने निर्णय सुरक्षित रख लिया है। इसके साथ ही झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सत्तापक्ष ने तैयारी आरंभ कर दी है। कांग्रेस के सारे विधायकों को विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने निर्देश दिया है कि रांची से बाहर बगैर सूचना दिए नहीं जाएं.
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